राष्ट्रनायक न्यूज

Rashtranayaknews.com is a Hindi news website. Which publishes news related to different categories of sections of society such as local news, politics, health, sports, crime, national, entertainment, technology. The news published in Rashtranayak News.com is the personal opinion of the content writer. The author has full responsibility for disputes related to the facts given in the published news or material. The editor, publisher, manager, board of directors and editors will not be responsible for this. Settlement of any dispute

प्रमंडल के छात्र-छात्राओं के भविष्य का हनन कर रहा विश्वविद्यालय प्रशासन: मनीष

राष्ट्रनायक न्यूज।
मांझी (सारण)। शोध विधार्थी संगठन (आर.एस.ए) संरक्षक मनीष पाण्डेय मिंटू ने विश्वविद्यालय पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि परीक्षा प्रश्न पत्र ,उत्तर पुस्तिका और अंकपत्र छापने वाले पेपर में कुलपति अन्य अधिकारियों से मिल बहुत बड़े घोटाले को अंजाम दे रहे हैं। जिस कारण पार्ट 1 का अंक पत्र अभी तक छात्र छात्राओं को नहीं मिल पाया। स्नातक तृतीय खंड विशेष परीक्षा 2021 का परीक्षा प्रपत्र ऑनलाइन भरने की 18 अप्रैल से 25 अप्रैल तक तिथि घोषित कर दी गयी है। परीक्षा फॉर्म भरने के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। परीक्षा प्रपत्र के साथ ,प्रथम द्वितीय खंड परीक्षा के अंक पत्र ,प्रवेश पत्र ,विश्वविद्यालय का पंजीयन प्रमाण पत्र आदि कागजात की छाया प्रति संलग्न करना है।विश्वविद्यालय द्वारा जारी पत्र  में कहा गया है कि कोई भी छात्र प्रथम खंड में प्रमोटेड होने पर किसी भी परिस्थिति में तृतीय खंड के परीक्षा में शामिल होने के पात्र नहीं होंगे। परीक्षा प्रपत्र में किसी भी समय किसी प्रकार की त्रुटि पाए जाने पर परीक्षा प्रपत्र रद्द कर दिए जाएंगे । मालूम हो कि स्नातक छात्र 2014 -17, 2015 -18, 2016-19 व 2017-20 के पूर्ववर्ती छात्र -छात्राओं के हित के लिए आर एस ए संगठन द्वारा आंदोलन के बाद दूसरी बार परीक्षा फॉर्म भरा जाएगा। स्नातक प्रथम खंड 2019 व स्पेशल परीक्षा का एग्जाम यूएमआईएस के द्वारा लिया गया। रिजल्ट का प्रकाशन भी इसी कंपनी के द्वारा किया गया लेकिन अभी तक स्पेशल स्नातक प्रथम खंड का अंक प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है। आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी है कि इस कंपनी द्वारा गलती पर गलती करने के बावजूद भी कुलपति अपनी आँखों पर पट्टी बांधे हुए हैं। नामांकन प्रक्रिया में इस पर मेरिट घोटाला समेत एडमिट कार्ड में वयापक तौर पर गड़बड़ी की गई थी। ऐसी स्थिति में इस कंपनी और वी.वी.के कुकृत्य को समझना मुश्किल नहीं है। आखिर कैसे छात्र -छात्रा स्नातक तृतीय खंड स्पेशल एग्जाम का परीक्षा प्रपत्र भर पाएंगे जबकि यूएमआईएस को करोड़ों रुपये नामांकन, प्रवेश पत्र, अंक प्रमाण पत्र, पंजीयन प्रमाण पत्र देने के नाम पर विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा दिया जाता है। इस ऐजेंसी के मिलि भगत से छात्र-छात्राओं से प्राप्त पैसों का बंदरबांट किया जा रहा है। बिना मार्कशीट के आखिर छात्र-छात्रा कैसे परीक्षा प्रपत्र भरेंगे ऐसे में एक बड़े आंदोलन के लिए संगठन को बाधय कर रहा विश्वविद्यालय प्रशासन।