राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। महाप्रबन्धक,पूर्वोत्तर रेलवे चन्द्र वीर रमण ने प्रमुख विभागाध्यक्षों एवं वरिष्ठ रेल अधिकारियों के साथ 05 दिसम्बर,2022 को ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान महाप्रबन्धक ने एक्स-रे विभाग में नवस्थापित ‘‘कम्प्यूटराइज्ड रेडियोग्राफी सिस्टम‘‘ का उद्घाटन फलक अनावरण एवं फीता काटकर किया तथा इस सिस्टम की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त की। महाप्रबन्धक ने एक्स- रे, अल्ट्रासाउण्ड, ब्लड बैंक, अस्पताल के अन्तरंग विभाग में आई. सी. सी.यू, आई. सी. यू., सर्जिकल आई. सी. यू. , सर्जिकल वार्ड, प्रसूति वार्ड, मेडिकल वार्ड, सुपरवाइजर एवं अधिकारी रोगी केबिन, डायलिसिस यूनिट, मेडिसिन एवं ह्दय रोग विभाग, मेडिकल लाइब्रेरी, किचेन तथा आँक्सीजन प्लान्ट का गहन निरीक्षण किया तथा चिकित्सा सुविधा एवं साफ-सफाई को और बेहतर बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने भर्ती उपचाररत मरीजों से उनकी कुशल क्षेम तथा उपचार की संतुष्टि पूछी। श्री रमण ने लिफ्ट के बगल में मरीजों के प्रथम तल पर जाने हेतु रास्ते को ठीक करने का निर्देश दिया । महाप्रबन्धक ने ब्लड बैंक में स्थापित अत्याधुनिक जांच मशीनों की कार्यप्रणाली समझी तथा रोगियों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। रेलवे अस्पताल के बहिरंग विभाग के निरीक्षण के क्रम में महाप्रबन्धक ने रजिस्टेªशन काउण्टर की कार्यप्रणाली एवं रोगियों के पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। उन्होंने दवा घर के निरीक्षण के दौरान रोगियों को दवाओं की उपलब्धता के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली तथा दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं लोकल परचेज की दवायें शीघ्र उपलब्ध कराने हेतु चिकित्सा निदेशक को निर्देश दिया। महाप्रबन्धक ने आँख विभाग के मशीनों तथा चिकित्सक रूम का मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुये निरीक्षण किया तथा बहिरंग विभाग में मरीजों को और अच्छी सुविधायें देने तथा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।
इसके पूर्व रेलवे चिकित्सालय में स्थित झिंगरन मेमोरियल हाल में महाप्रबन्धक ने चिकित्सकों एवं चिकित्साकर्मियों के साथ बैठक की । बैठक में महाप्रबन्धक ने कहा कि हमारा आज के निरीक्षण का उद्देश्य यह जानने के लिए है कि अस्पताल में रोगियों के लिये क्या-क्या सुविधायें उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल लगभग 100 वर्ष से अधिक पुराना है। इसको बेहतर बनाने पर सभी को विचार करना चाहिए । महाप्रबन्धक ने कहा कि यूजर का संतुष्ट होना जरूरी है। रेलवे अस्पताल के सम्बन्ध में काफी अच्छे फीडबैक मिले हैं। साथ ही कुछ फीडबैक उतने अच्छे नही हैं। सकारात्मक सोच के साथ जो कमी है उसे दूर करना होगा । महाप्रबन्धक ने दवाओं की कमी को दूर करते हुये उनकी पर्याप्त उपलब्धता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया ।
चिकित्सा निदेशक डा0 बी.एन. चौधरी ने बैठक में रेलवे चिकित्सालय के बारे में प्रजेन्टेशन देते हुये रेलवे चिकित्सालय के इतिहास, उपलब्ध चिकित्सा सुविधायें, आधुनिक चिकित्सा उपकरण, रोगी शैया, आपरेशन थियेटर, चिकित्सकों एवं चिकित्साकर्मियों की उपलब्धता, स्वच्छता कर्मियों की उपलब्धता, रोगियों को दी जा रही सुविधायें आदि के बारे में महाप्रबन्धक को अवगत कराते हुये कहा कि चिकित्सालय के डाक्टर आरम्भ से ही रोगियों के चिकित्सा के प्रति समर्पित रहे हैं। यहाँ की यह मिसाल है कि डा0 सुधीर झिगरन की रोगी को आपातकाल में ब्लड देने के दौरान मृत्यु हो गई थी । यह अस्पताल पूर्व में पूर्वांचल के सर्वोत्तम अस्पतालों में से एक रहा है। वर्तमान में भी यह अस्पताल रेलवे का केन्द्रीय अस्पताल है। यहाँ मंडलो से भी रोगी उपचार हेतु रेफर होकर आते हैं। उन्होंने कहा कि मार्च, 2022 से रेलवे अस्पताल में 14 स्पेशिलिटी क्लीनिक आरम्भ किये गये हैं, जिनका भरपूर लाभ रेलकर्मियों को मिल रहा है। चिकित्सा निदेशक ने चिकित्सालय में खाली पदो ंके बारे में महाप्रबन्धक को अवगत कराया । उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में आँख की सर्जरी हेतु और आधुनिक मशीनें मंगाने का कार्य प्रक्रिया में है। श्री चौधरी ने रेलवे के इम्पैनल अस्पताल के सम्बन्ध में भी महाप्रबन्धक को अवगत कराया। बैठक का संचालन करते हुये डा0 नन्द किशोर ने कमियों को शीघ्र दूर करने का महाप्रबन्धक को आश्वासन दिया । बैठक का संचालन डा0 तनु वर्मा ने किया।
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