- एसजेवाई के तहत लक्षित परिवारों को दिया गया प्रशिक्षण
- लक्षित परिवार को ग्रेजुएशन कराने पर दिया गया बल
- बिहार सरकार के प्रयास से अत्यंत निर्धन परिवारों को बनाया जा रहा आत्मनिर्भर
छपरा (सारण)। जीविका के जिला परियोजना समन्वयन इकाई सारण द्वारा सतत जीविकोपार्जन योजना के अंतर्गत लक्षित परिवारों को तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण छपरा के एक होटल में दिया गया. जानकारी के अनुसार बिहार सरकार द्वारा जीविका के साथ चलाए जा रहे सबसे महत्त्वकांक्षी परियोजना सतत जीविकोपार्जन योजना के अंतर्गत चुनाव किए गए लक्षित परिवार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार से जोड़ा जाता है तथा रोजगार से जोड़ कर लक्षित परिवारों को व्यवसायिक गुणों के बारे में समय समय पर जानकारी दिया जाता है ताकि वो अपने बदौलत व्यवसाय के माध्यम से आत्मनिर्भर बन सके. प्रशिक्षण के दौरान साधनसेवी ने बताया कि जो लक्षित परिवार का व्यवसाय दिए एक वर्ष से ऊपर हो गया है, उन्हें व्यवसायिक साक्षरता के गुणों में निपुण करवा कर ग्रेजुएशन करवाना है ताकि उस लाभार्थी को व्यवसाय संबंधित पूर्ण जानकारी हो सके तथा स्वयं से अपने व्यवसाय को चलाने के लिए संपन्न हो जाए. प्रशिक्षण की शुरुआत साधनसेवी विनोद कुमार ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों का प्रार्थना परिचय से किया. आगे उन्होंने लक्षित परिवार को व्यवसाय के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने वाले सभी बिन्दुओं को विस्तार पूर्वक जानकारी दिया तथा सतत जीविकोपार्जन योजना से होने वाले साकारात्मक बदलाव के बारे भी बताया. साथ ही जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक विनय कुमार सिंह ने सभी लक्षित परिवारों का उत्साहवर्धन करते हुए उचित मार्गदर्शन दिया. सतत जीविकोपार्जन योजना के नोडल श्रृष्टि भट्टाचार्य ने लक्षित परिवार की दीदी को व्यवसाय संबंधित जानकारियां दिया. वही जिला साधनसेवी अविनाश कुमार और अरूण मिश्रा ने सभी लक्षित परिवार को बेहतर विकास कैसे हो सकता है इसके बारे में विस्तृत जानकारी दिया तथा केस स्टडी के तौर पर एक सफल लक्षित परिवार की दीदी का कहानी बता कर मार्गदर्शन किया. जिला रिसोर्स पुल जय प्रकाश ब्याहुत द्वारा फिल्ड भ्रमण के दौरान प्राप्त अनुभवों को साझा किया गया.इस मौके पर बीआरपी मुन्नी कुमारी, कुमारी रश्मी, फाइनेंस मैनेजर पप्पू कुमार आदि उपस्थित थे.


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