राष्ट्रनायक न्यूज

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कैसे संवरेगा देश का भविष्य!दो कमरे 5 शिक्षक के भरोसे 5 कक्षाएं, मुश्किल में बच्चों की पढ़ाई

पंकज कुमार सिंह। राष्ट्रनायक न्यूज।

मशरक (सारण)। शिक्षा को लेकर सरकारें करोड़ों लाखों रुपये खर्च करने का दावा करती है पर, इन दावों की सच्चाई कुछ और कहानी बयां करती है।बिहार में शिक्षा व्यवस्था का हाल भी ऐसा ही है। जहां सरकार बच्चों को बेहतर शिक्षा मुहैया करने की दावा करती है तो जमीनी हकीकत यह है कि दो कमरों में 5 शिक्षक के भरोसे 5 कक्षाएं चल रही है। मशरक प्रखंड के नगर पंचायत क्षेत्र के तख्त टोला स्थित प्राथमिक उर्दू विद्यालय शिक्षा की बदहाली का प्रत्यक्ष उदाहरण है। ऐसे में कैसे पढ़ेंगे छात्र और कैसे आगे बढ़ेगा इंडिया। मामले में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका शैरा बानो ने बताया कि विद्यालय में 5 शिक्षक हैं वही छात्रों की उपस्थिति में 104 बच्चे हैं जिसमें 49 लड़के और 55 लड़किया हैं। विधालय में कमरों की संख्या पढाई के लिए दो और किचन के लिए एक हैं नतीजन शिक्षक तो परेशान है ही, छात्र छात्राओं को भी पठन-पाठन में कई तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इसको लेकर स्थानीय अभिभावकों में भी गुस्सा पनप रहा है। उनका कहना है कि यदि सरकार के तरफ विद्यालय की स्थिति में सुधार नहीं किया जाता है तों स्कूल में ताला लगा देंगे। मामले में आपकों बता दें कि विद्यालय जर्जर हालत में हैं पडोस के ही शख्स के द्वारा विद्यालय की जमीन पर अपना दावा पेश करते हुए विवाद खड़ा कर दिया गया है जिससे विधालय का विकास रूक गया है। पठन पाठन की स्थिति का अंदाजा आप लगा लिजिए कि इस युग में भी विद्यालय में बिजली का कनेक्शन नहीं है विद्यालय के अंधेरे कमरें में पढ़ने को विवश हैं। विधालय के बच्चों ने बताया कि आम दिनों में एक ही कमरें में दो दो क्लास चलता है वही बरसात के दिनों में जर्जर छत से पानी चूने से बच्चे परेशान रहते हैं।स्थिति यह है कि एक कमरे में तीन-तीन कक्षाओं के बच्चे पढ़ रहे हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह की पढ़ाई हो रही है। यहां पढ़ाई के नाम पर औपचारिकताएं निभायी जा रही है।छात्रों की माने तो एक ही रूम में तीन कक्षाएं के चलने पढ़ने में बहुत तरह की समस्या होती हैं। ना कुछ समझ में आता है और ना हमलोग अपनी पढ़ाई पूरी कर पाते है।