नई दिल्ली, (एजेंसी)। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी को संयुक्त राष्ट्र महासभा की 76वीं बैठक से पहले संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस द्वारा सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) के वकील के रूप में नियुक्त किया गया है। वहीं दूसरी ओर काबुल में पिछले महीने अमेरिकी सेना ने आईएसआईएस-के आतंकवादियों को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमले किये थे, इस आत्मघाती हमले में सात बच्चों सहित 10 आम नागरिकों की मौत हो गई थी। अमेरिका ने इसे अपनी गलती बताते हुए माफी मांगी है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कैलाश सत्यार्थी को नियुक्त किया एसडीजी पैरोकार: सितंबर नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने महासभा की 76 वीं बैठक से पहले सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) पैरोकार नियुक्त किया है। गुतारेस ने सत्यार्थी, स्टेम कार्यकर्ता वैलेंटिना राबानल, माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ और के-पॉप सुपरस्टार बलैक पिंक को नया एसडीजी पैरोकार नियुक्त किया है।
जयशंकर से सहमति जताते हुए चीन ने कहा, चीन-भारत संबंधों के अपने ‘तर्क’ हैं: चीन ने शुक्रवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर के उस बयान पर सहमति जताई, जिसमें उन्होंने कहा कि बीजिंग को भारत के साथ अपने संबंधों को किसी तीसरे देश के नजरिये से नहीं देखना चाहिए। चीन ने कहा कि चीन-भारत के संबंधों के अपने तर्क हैं। जयशंकर ने दुशान्बे में अपने चीनी समकक्ष वांग यी से कहा कि दोनों पक्षों को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से संबंधित लंबित मुद्दों का जल्द समाधान निकालने के लिए काम करना चाहिए।
अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे 10 निर्दोष लोग, पेंटागन ने कबूला सच: अमेरिका के एक शीर्ष सैन्य कमांडर ने काबुल हवाईअड्डे पर पिछले महीने हुए आत्मघाती धमाके के कुछ दिनों बाद ‘आईएसआईएस-के’के आतंकवादियों को निशाना बनाते हुए किए गए ड्रोन हमले को ‘‘गलती’’ के रूप में स्वीकार किया है। इस हमले में सात बच्चों समेत 10 नागरिक मारे गए थे। अमेरिका के मध्य कमान के कमांडर जनरल फ्रैंक मैक्केंजी ने 29 अगस्त के हमले की जांच के नतीजों पर पत्रकारों से यह भी कहा कि ड्रोन हमले में क्षतिग्रस्त हुए वाहन और मारे गए लोगों के इस्लामिक स्टेट आॅफ इराक एंड लेवांत-खुरासन (आईएसआईएस-के) से जुड़े होने या अमेरिकी सेना के लिए कोई प्रत्यक्ष खतरा होने की आशंका नहीं थी।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा, भारत द्वारा दिए गए कोविड-19 रोधी टीकों का भंडार खत्म: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा कि भारत द्वारा इस साल की शुरूआत में शांति रक्षकों के लिए दान दिए गए कोविड-19 रोधी टीकों का भंडार खत्म हो गया है। महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने शुक्रवार को अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संयुक्त राष्ट्र को चीन से कोविड-19 रोधी टीकों की 3,00,000 खुराक दान में मिली है। उन्होंने कहा, ‘‘यह दान बहुत ही महत्वपूर्ण समय में किया गया है क्योंकि इस साल मार्च में भारत सरकार द्वारा दान दिए गए टीकों का भंडार खत्म हो गया है।’’
काबुल ड्रोन हमला एक गलती! शीर्ष अमेरिकी सैन्य कमांडर ने दुखद गलती पर माफी मांगी: अमेरिकी सेना ने पिछले महीने काबुल में आईएसआईएस-के आतंकवादियों को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमले की गलती को स्वीकार कर लिया है। बता दें कि इस आत्मघाती हमले में सात बच्चों सहित 10 नागरिकों की मौत हो गई थी। अमेरिका ने अपने बयान को पलटते हुए अपनी इस दुखद गलती के लिए माफी मांगी है।यूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, इस बात की संभावना नहीं है कि ड्रोन हमले में मारे गए लोग आईएसआईएस-के से जुड़े थे।
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