छपरा/पटना। कार्यपालक सहायकों ने स्थायीकरण समेत विभिन्न मांगों लेकर लेकर चरणबद्ध आंदोलन एवं अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है। बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ ने स्थायीकरण, अनुकम्पा, अकास्मिक निधन पर उपादान समेत 11 सूत्री मांगों पूरा करने को लेकर 20 अगस्त से चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। अगर 03 सितम्बर 2025 तक मांगें पूरी नहीं की गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। इसको लेकर संघ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भेजा है, इसके साथ हीं बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन, सामान्य प्रशासन विभाग समेत अन्य विभागों के अपर मुख्य सचिव को पत्र भेजकर चरणबद्ध आंदोलन एवं आगामी 03 सितम्बर से बेमियादी हड़ताल करने की चेतावनी दी है। संघ के के प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार ने बताया है कि 20 से 22 अगस्त को सभी विभागों में कार्यपालक सहायक काला बिल्ला लगायेंगे, 23 अगस्त को जिला मुख्यालय में मशाल जुलूस निकालेंगे, 24 अगस्त को सभी विभागों के कार्यपालक सहायक पटना गर्दनीबाग में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन, 28 व 29 अगस्त को सांकेतिक उपस्थिति के साथ कार्य बहिष्कार, 2 से 3 सितम्बर तक सामुहिक अवकाश पर रहकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके बावजूद अगर सरकार मांगों को पूरा नहीं करती है तो 07 सितम्बर 2025 से बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे।
सभी विभागों के कार्यपालक सहायक के हड़ताल पर जाने से कार्यो पर पड़ेगा असर
सभी विभागों में कार्यरत कार्यपालक सहायकों के आंदोलन में रहने से राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा संचालित कार्यक्रमों पर व्यापक असर पड़ेगा। इसके साथ हीं विभागीय कार्य भी प्रभावित होंगे। बिहार कार्यपालक सहायक सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार, जिलाध्यक्ष निलेश कुमार ने बताया कि मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
ये है प्रमुख मांगे:-
– राज्य कर्मी का दर्ज एवं वेतनमान दें
– सातवें वेतन आयोग के अनुशंसा के अनुरूप वेतन दें
– पद की योग्यता मैट्रीक से उन्नयन कर इंटरमीडिएट हो
– आकस्मिक निधन पर 40 लाख रूपये देने का प्रावधान
– अनुकम्पा के आधार पर आश्रित को सरकारी नौकरी का प्रावधान
– सभी कार्यपालक सहायकों को चिकित्सी लाभ की सुविधा का प्रावधान
– सेवाकाल में मृत्यु होने पर 36 माह को वेतन एकमुस्त दिया जाए


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