- आईसीडीएस निदेशक ने पत्र जारी कर दिया निर्देश
- नवजात शिशु, बच्चों, गर्भवती महिलाओं व धात्री महिलाओं के लिए चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। तापमान में वृद्धि के साथ ही गर्म हवाएं बहने लगती हैं। साथ ही भीषण गर्मी का एहसास भी होता है। ऐसे में आम आदमी को कठिनाइयों से दो-चार होना पड़ता है। लू एवं भीषण गर्मी के दृष्टिगत आने वाले दिनों में भीषण गर्मी के प्रकोप को देखते हुए आईसीडीएस निदेशक ने पत्र जारी कर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी व बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। जारी पत्र में बताया गया है कि ग्रीष्मकाल प्रारंभ होने वाला है। जिले में गर्मी के मौसम में भीषण गर्मी के कारण लू(हीट वेव )चलती है। जिसके कारण जनजीवन प्रभावित होता एवं आम जनता को स्वास्थ्य एवं पेयजल संबंधी गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गर्मी एवं लू के प्रभाव से विशेषकर छोटे बच्चे, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को काम के लिए घर से बाहर निकलने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यह आवश्यक है कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर भीषण गर्मी एवं लू से बचाव के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाए । वहां गर्म हवा से बचाव से संबंधित आईईसी (बच्चों को समझाने के लिए सामग्री) प्रदर्शित कर जनता को जागरूक किया जाए।
स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर ओआरएस की होगी उपलब्धता :
स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आंगनबाड़ी केंद्रों पर जीवन रक्षक ओआरएस की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जायगी। साथ ही नवजात शिशु, बच्चों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था की जायगी। इन गतिविधियों में कोविड-19 के वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए सामाजिक दूरी, मास्क एवं अन्य स्वास्थ्य मानकों का अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जायगा।
कैसे करें बचाव:
- कुछ सावधानियां बरत कर लू और गर्मी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है…
- तेज गर्म हवा में बाहर जाने से बचें। नंगे बदन और नंगे पैर धूप में न निकलें।
- घर से बाहर पूरी आस्तीन के और ढीले कपड़े पहनकर निकलें, ताकि उनमें हवा लगती रहे।
- ज्यादा टाइट और गहरे रंग के कपड़े न पहनें।
- सूती कपड़े पहनें। सिंथेटिक, नायलॉन और पॉलिएस्टर के कपड़े न पहनें।
- खाली पेट घर से बाहर न जाएं और ज्यादा देर भूखे रहने से बचें।
- धूप से बचने के लिए छाते का इस्तेमाल करें। इसके अलावा, सिर पर गीला या सादा कपड़ा रखकर चलें।
- चश्मा पहनकर बाहर जाएं। चेहरे को कपड़े से ढक लें।


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