सारण के 8 प्रखण्ड के 68 पंचायत के कुल 306 गाँव हुए है बाढ़ से प्रभावित
- बाढ़ प्रभावित सभी अंचलों में चिकित्सा की समुचित व्यवस्था पर कड़ी है निगरानी।
- 232 नाव के साथ 17 मोटर वोट बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में है पिरचालन में।
- 167 सामुदायिक किचेन के साथ प्रतिदिन लगभग 102450 लोगो को भोजन कराया जा रहा है।
- 6 पशु केन्द्र के साथ लगभग दो हजार पशुओं का हो रहा है ईलाज।
- 21 स्वास्थ्य केन्द्रों में अभी तक 1197 लोगों का इजाल किया गया हैं।
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों, गर्भवती एवं धातृ महिलाओं की पहचान करते हुए उनके चिकित्सा व्यवस्था हेतु मानव स्वास्थ्य शिविर, चलंत चिकित्सा दलों का गठन करने, उनके चिकित्सा की समुचित व्यवस्था करने एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों उपकेन्द्रों, अतिरिक्त केन्द्रों पर आवश्यक मानव दवाओं एवं वैक्सिन आदि की प्रर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
जिलाधिकारी के द्वारा कहा गया कि पानापुर, तरैया, मशरख, मकेर, परसा, मढ़ौरा, अमनौर एवं इसुआपुर अंचलों के कई पंचायत बाढ़ प्रभावित हुए है। मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि आवष्यक मानव दवाओं विशेषकर एएसभीएस/ एआरभी/ ओआरएस/ हेलोजेन टेबलेट्स आदि का प्रर्याप्त मात्रा में भंडारण एवं मोबाइल एम्बुलेंस के माध्यम से संकटग्रस्त व्यक्ति समुहों को समुचित चिकित्सा व्यवस्था मुहैया करायी जाय। साथ ही बाढ़ से प्रभावित एवं विस्थापित व्यक्तियों की रेपीड एनटीजेन टेस्ट भी कराना सुनिश्चित किया जाय।
जिलाधिकारी के द्वारा पानापुर, मशरख, तरैया, मकेर, परसा एवं अमनौर के अंचलाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि पशुचारा वितरण मे किसी भी तरह का अनियमितता नहीं होनी चाहिए। जिलाधिकारी के द्वारा कहा गया कि जिला पशुपालन पदाधिकारी के द्वारा प्रतिनियुक्त कर्मियों के द्वारा वितरण, मात्रा एवं वजन आदि का सत्यापन वितरण के दौरान प्राधिकृत पर्यवेक्षक की उपस्थिति में किया जाना सुनिश्चित करें। पशुचारा वितरण की प्रक्रिया का पर्यवेक्षण करते हुए वितरण संबंधित प्रतिवेदन प्रतिदिन उपलब्ध करायी जाय।
प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन- सह- अपर समाहत्र्ता विभागीय जाँच के द्वारा बताया गया है कि सारण जिला के आठ प्रखंड के कुल 68 पंचायत बाढ़ प्रभावित हुए हैं। इन 68 पंचायतों के 306 गाँव प्रभावित हुए हैं। इन आठ प्रखंडों में 466300 की आबादी तथा 11000 पशु बाढ़ से प्रभावित हुए है। अपर समाहत्र्ता के द्वारा बताया गया है कि जिला प्रशासन के द्वारा राहत एवं बचाव के का कार्यों में तेजी लायी गई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर अभी तक 12978 पॉलिथीन सिट्स का वितरण कराया गया है। कुल 47 अस्थायी चापाकल तथा 84 शौचालयों का निर्माण कराया गया हैं। 232 नाव एवं 17 मोटर वोट का निरंतर परिचालन किया जा रहा है। कुल 102450 लोंगों को निष्क्रमित किया गया है जो ऊँचे स्थानों पर बनाये गये राहत शिविर में रह रहे हैं। उनके लिए 167 सामुदायिक किचेन चलायी जारही है। सामुदायिक किचेन में 102450 लोगों को भोजन कराया जा रहा हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों 21 स्वास्थ्य केन्द्र खोले गये हैं जहाँ अभी तक 1197 लोगों का इजाल किया गया हैं। कुल 13000 हैलोजन की टैबलेट का वितरण कराया गया है। कुल छः पशु कैम्प खोले गये हैं जहाँ अभी तक 1925 पशुओं का इलाज किया गया है। अभी तक 36 क्वीन्टल चारे का वितरण किया गया है।


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