राष्ट्रनायक न्यूज।
मांझी (सारण)। प्रखंड क्षेत्र के आदर्श ग्राम बरेजा में कृषि विज्ञान केंद्र मांझी के आलोक में प्राकृतिक खेती करने के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रखंड के 55 किसानो ने भाग लिया। इस दौरान किसानों को प्राकृतिक खेती के रुझान बढ़ाने के लिए मांझी कृषि विज्ञान उद्यान विशेषज्ञ डॉ जितेन्द्र चन्द्र चन्दोला ने किसानों से कहा कि इस समय प्राकृतिक खेती की बहुत आवश्यकता है। आज के वर्तमान समय में उर्वरकों व एग्रो- केमिक्ल्स के दामों में काफी बढ़ोतरी के साथ-साथ समय पर आपूर्ति की भी समस्या है। ऐसे में हमें नया विकल्प की ओर बढ़ना है। प्रकृतिक खेतों में करने के लिए सूक्ष्मजीवों एवं केंचुआ इत्यादि को सक्रिय कर कृषि लागत को कम किया जा सकता है। ये पोषक तत्त्वों को उपलब्ध कराने में बहुत ही मददगार होते हैं साथ ही मिट्टी की उर्वरा शक्ति को भी बढाया जा सकता है। रासायनिक खेती से मिट्टी की गुणवत्ता में और मनुष्यों के स्वास्थ्य में भी गिरावट आई है। मिट्टी की उर्वरक क्षमता को देखते हुए प्राकृतिक खेती जरूरी हो गया है। साथ ही जीवामृत, घनजीवामृत, बीजामृत एवं नीमास्त्र इत्यादि बनाने की विधि एवं विभिन्न फसलों में उपयोग की विस्तृत जानकारी दी गयी। इस मौके पर कृषि विज्ञान केन्द्र से डॉ.चैतन्य कुंभार, वरीय शोधकर्ता (सी आर ए), उमाशंकर एवं सुनीता प्रसाद, सत्येंद्र प्रसाद, प्रमोद महतो, जोगिंदर महतो, उमाशंकर महतो, राजेंद्र शाह, अख्तर अली, रौशन सोनी, रेहाना खातून, ज्ञंती देवी, लीलावती देवी, प्रतिमा देवी आदि किसान उपस्थित थे।
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