नई दिल्ली, (एजेंसी)। बड़ी संख्या में लोग के दौर में क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर रहे हैं। इसकी बड़ी वजह है क्रेडिट कार्ड के साथ मिलने वाली सुविधा, लेकिन क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर बहुत अधिक रहता है, जबकि पर्सनल लोन का ब्याज दर इसकी तुलना में काफी कम है। आइए समझते हैं कि आखिर इसकी वजह क्या है। बैंक बाजार के सीईओ आदिल सेट्ठी कहते हैं, ‘आज के दौर में क्रेडिट कार्ड एक ऐसा जरिया बन चुका है जिसके जरिए हम जरूरत के समय अधिक पैसा भी निकाल सकते हैं। साथ ही इसके उपयोग पर रिवार्ड भी मिलता है। साथ ही यह एक ऐसा माध्यम है जो उपयोग के समय पर कस्टमर पर अधिक जिम्मेदारी भी लाता है। यही वजहें हैं जिसके कारण क्रेडिट कार्ड पर ब्याज 21% से 42% तक लग रहा है।’
आम तौर पर पर्सनल लोन पर ब्याज दर 11% से 16% तक रहता है जबकि इसकी तुलना में क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर 21% से 42% तक लग रहा है। ज्यादातर मामलों में क्रेडिट कार्ड पर कोई जमानत या सुरक्षा नहीं होती है जिसकी वजह से यह एक असुरक्षित लोन माना जाता है। इसके डिफॉल्ट होने की भी संभावना बहुत अधिक रहती है। यह भी एक वजह जिसके कारण क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर भी अधिक रहता है। इन सबके अलावा क्रेडिट कार्ड की एलिजबिलिटी भी पर्सनल लोन की तुलना कम रहता है। क्रेडिट कार्ड उपलब्ध होने के बाद किसी तरह के अतिरिक्त अनुमति की जरूरत नहीं पड़ती। साथ ही क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता को यह पता भी नहीं होता है किस उपयोग के लिया पैसा निकाला जा रहा है। जिसके कारण यह इसमें रिस्क भी अधिक रहता है।


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