- हेडमास्टर ने थाना मे देकर कार्रवाई का लगाया गुहार
गड़खा(सारण)। प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय औढ़ा माल चोरों का सेफ जोन बन गया है। बीते 10 दिनों में चोरों ने स्कूल का ताला तोड़कर दो बार हजारों के मूल्य के सामान की चोरी की घटना को अंजाम दिया है और बेफिक्र होकर फरार हो जा रहे है। लेकिन पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किये जाने से चोरों का मनोबल बढ़ा हुआ है और एक हीं स्कूल का निशाना बनाते हुए बार-बार चोरी की घटना को अंजाम दे रहे है। जानकारी के अनुसार पिछले 05 अक्टूबर 2025 को चोरों ने स्कूल का ताला तोड़कर दो गैस सिलेण्डर, एल्युमिनियम का टब, चुल्हा आदी की चोरी कर लिया गया। इसके बाद बीते रात 12 अक्टूबर 2025 को पुन: चोरों ने स्कूल का ताला तोड़कर एल्युमिनियम का टब, चुल्हा आदी चोरी कर लिया है। जिस पर स्कूल के प्रधान शिक्षिका रेणु कुमारी एवं अन्य शिक्षकों ने गड़खा थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की गुहार लगाया है। जिस पर थाना पुलिस गड़खा कार्रवाई करने के बजाय स्कूल के शिक्षकों पर हीं अपना खड़ी-खोटी सुनाते हुए जमकर फटकार लगायी रही है। पुलिस का कहना है कि स्कूल की सुरक्षा के लिए शिक्षा विभाग को नाईट गार्ड बहाल कर लेना चाहिए। अथवा स्कूल के शिक्षकों को अपने स्कूल के सुरक्षा की व्यवस्था स्वयं करना चाहिए। कहा कि गड़खा थाना क्षेत्र में 200 से अधिक स्कूल है, पुलिस सबका ठेका लेकर रखी है। जिसको जहां जाना है जाये। जिससे विद्यालय के शिक्षक डरे-सहमे एवं हतोत्साहित महसूस कर रहे है। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल की सुरक्षा के लिए शिक्षा विभाग या पुलिस को ठोस कदम उठाना चाहिए। चोरी की घटना होने के बाद शिक्षा विभाग के पदाधिकारी भी कोई कदम नहीं उठा रहे है और स्कूल शिक्षकों को हीं बोलते है कि किसी भी सूरत में एमडीएम बंद नहीं होना चाहिए। ऐसे में चोरी हुए सामान की भरपाई स्कूल के प्रधान शिक्षक को अपने वेतन से हीं करना पड़ रहा है। जिससे उन्हें आर्थिक क्षति भी हो रही है। बहरहाल अब देखना है कि चोरी की घटना को रोकने एवं चोरी हुई सामान की बरामदगी एवं चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस कार्रवाई करती है या मुकदर्शक बनी रहती है, जो बड़ा हीं यक्ष प्रश्न है!


More Stories
मतदान लोकतंत्र का आधार है, जगलाल चौधरी महाविद्यालय में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी, नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ: जिलाधिकारी
शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र: एईआरओ व पदाभिहित पदाधिकारियों की बैठक आयोजित, दिए गए आवश्यक निदेश, जारी किए गए स्पेशल कोड