- सारण प्रमंडल के छपरा, सीवान व गोपालगंज में गुणवतापूर्ण उर्वरक की बिक्री एवं निर्धारित मूल्य की होगी जांच
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। जिले में खरीफ फसल की बुआई तेजी से चल रही है। फसलों की बुआई और उसे बेहतर तरीके से देखभाल करने के लिए किसान रसायनिक उर्वरक का उपयोग करते है। लिहाजा रसायनिक उर्वरक खादों की बिक्री निर्धारित मूल्य पर करने एवं जीरो टॉलरेन्स पर किसानों को उर्वरक मुहैया कराने को लेकर बिहार के कृषि निदेशक ने जांच टीम गठित किया है। जांच टीम राज्य स्तर पर पदाधिकारियों को रखा गया है और उन्हें जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर बिक्री हो रहे उर्वरक खाद के मूल्य एवं गुणवता की जांच करने का निर्देश दिया है। जिस पर शुक्रवार को जीरो टॉलरेंस पर उर्वरक की बिक्री एवं गुणवता की जांच राज्य स्तरीय टीम ने जिले के परसा एवं मढ़ौरा के कई गांव में गई। इस दौरान किसानों से बातचीत की और दुकानों में मिल रहे उर्वरक के मूल्य एवं गुणवता के संबंध में जानकारी प्राप्त की। जानकारी के अनुसार राज्य स्तरीय टीम ने परसा प्रखंड के पंचलख पंचायत के समस्तपुरा गांव में जाकर किसानों से बातचीत की और उर्वरक खरीदकर लौट रहे किसानों से भी बात की। इस दौरान टीम ने उर्वरक का प्रति पॉकेट यानी बोरा के मूल्य की जानकारी प्राप्त की। तो किसानों ने बताया कि एक बोरा यूरिया 266 रूपये मिल रहा है। इस पर टीम ने किसानों के उर्वरक खाद की गुणवता की भी जांच की। इसके बाद टीम ने मढ़ौरा नगर पंचायत के धेनुकी मोड़ के समीप उर्वरक खरीदकर ले जा रहे किसान को रोककर पुछ-ताछ की है। जिस पर राज्य स्तरीय टीम ने उर्वरक की बिक्री पर संतोष व्यक्त किया है।
उर्वरक की गुणवता और मूल्य की जांच की सूचना मिलने पर विक्रेताओं में हड़कम्प
जिले में खरीफ फसल के दौरान किसानों द्वारा प्रयोग किये जा रहे उर्वरक की गुणवता एवं निर्धारित मूल्य की जांच करने के लिए राज्य स्तरीय टीम छपरा पहुंची है। विभिन्न प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों टीम जाकर किसानों से पुछ-ताछ कर रही है। इसकी सूचना मिलने के बाद जिले के उर्वरक विक्रेताओं में हड़कंप मचा हुआ है। सभी उर्वरक विक्रेता एक-दूसरे से संपर्क कर उर्वरक की निर्धारित मूल्य पर बिक्री एवं जांच टीम के भ्रमण करने की जानकारी प्राप्त कर रहे थे।
सारण में तीन दिनों तक रहेगी राज्य स्तरीय जांच टीम
खरीफ फसल के दौरान किसानों को जीरो टॉलरेंस पर उर्वरक उपलब्ध कराने को लेकर राज्य स्तरीय जांच टीम सक्रिय हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर टीम जांच कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार जिले में आगामी 25 जुलाई तक रहेगी और विभिन्न प्रखंडों के ग्रामीण इलाकों में जाकर उर्वरक की गुणवता एवं निर्धारित मूल्य पर बिक्री की जांच करेंगी।
गुणवतापूर्ण उर्वरक की बिक्री के जांच टीम में ये पदाधिकारी है शामिल
जिले में किसानों को गुणवतापूर्ण रसायनिक उर्वरक राज्य सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बिहार कृषि निदेशक ने निगरानी टीम गठित किया है। जिसमें पटना कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक उपादान शंकर चौधरी, सहायक निदेशक रसायन मिथिलेश कुमार शामिल है। जिन्हें कृषि निदेशक ने सारण प्रमंडल के छपरा, सीवान एवं गोपालगंज में जांच करने को लेकर आवश्यक निर्देश दिया है।
प्रमंडलीय ज्वाइंट डायरेक्टर व डीएओ ने थोक उर्वरक विक्रेताओं के साथ की बैठक, निर्धारित मूल्य पर गुणवतापूर्ण खाद बिक्री करने का दिया निर्देश
जिले में खरीफ फसल की बुआई और फसलों की देख-भाल में प्रयोग किये जाने वाले उर्वरक की राज्य सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर गुणवतापूर्ण खाद किसानों को मुहैया कराने एवं जीरो टॉलरेंस नीति कार्य करने को लेकर प्रमंडलीय ज्वाइंट डायरेक्टर शष्य शंकर कुमार चौधरी एवं जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. के.के. वर्मा ने जिले के सभी थोक उर्वरक विक्रेताओं के साथ बाजार समिति स्थित किसान भवन के सभागार में बैठक की। जिसमें ज्वाइंट डायरेक्टर ने राज्य सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर किसानों को गुणवतापूर्ण उर्वरक मुहैया कराने को लेकर आवश्यक निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में निर्धारित मूल्य एवं उर्वरक की गुणवता से समझौता नहीं किया जाएंगा। जांच के दौरान अधिक मूल्य पर उर्वरक बिक्री एवं घटिया उर्वरक की शिकायत मिलने पर संबंधित दुकानदार पर एफआईआर दर्ज कराते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को भी उर्वरक बिक्री और गुणवता पर ध्यान देने को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। वहीं जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि सभी थोक उर्वरक विक्रेताओं से संबद्ध खुदरा विक्रेताओं पर भी नजर रखी जा रही है। कहीं से भी शिकायत मिलेगी तो किसी भी उर्वरक दुकानदार को नहीं बख्शा जाएगा।


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