- वर्ष 1981 में गड़खा-जानकी नगर रोड में फसलों की सिंचाई के लिए नहर प्रमंडल विभाग ने जमीन अधिग्रहण कर बनाया था नहर
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। जिला प्रशासन एक तरफ नहर को मूल स्वरूप में लाने के लिए कार्रवाई कर रही है तो दूसरी तरफ लोग रूपये की लालच में नहर के मूल स्वरूप में बदलाव कर सरकारी जमीन को ही बेच दे रहे है। एक ऐसा मामला जिले के गड़खा प्रखंड में सामने आया है। जहां नहर के मूल स्वरूप में बदलाव कर दूसरे व्यक्ति से मोटी रकम लेकर बेच दिया गया है। जानकारी के अनुसार वर्ष 1981 में नहर प्रमंडल विभाग ने गड़खा-जनकी नगर रोड में गड़खा गांव के चंवर में फसलों की सिंचाई के लिए नहर प्रमंडल विभाग ने जमीन का अधिग्रहण किया। नहर के नक्शा के अनु़सार जिनका भी भूमि अधिग्रहण किया गया, उन्हें विभाग द्वारा रूपये दी गई। इस क्रम में गड़खा गांव निवासी फलेना पाण्डेय की करीब एक कट्ठाि एक धूर जमीन का भू-अर्जन विभाग ने अधिग्रहण करते हुए भू-स्वामियों को मुआवजा राशि दे दिया। इसके बाद उक्त जमीन पर नहर का निर्माण किया गया है। जिससे गड़खा चंवर में सैकड़ों एकड़ में लगी फसल की सिंचाई भी इस नहर के माध्यम से होती है। लेकिन फुलेना पाण्डेय की मृत्यु होने के उपरांत उनके पुत्रियों ने रूपये की लाचल में नहर के स्वरूप में बदलाव कर दिया। जबकि नहर में अभी भी पानी का निकास द्वारा दिख रहा है। फिर इस जमीन को फुलेना पाण्डेय की चार पुत्रियों ने सामुहिक रूप से बेच दी है। नहर के मूल स्वरूप में बदलाव किये जाने के बाद सेकड़ों एकड़ में लगी फसल की सिंचाई के लिए काफी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है। किसान अपनी फसलों की सिंचाई करने के लिए नीजि पम्पसेट बोरिंग लगा रही है। जिससे किसानों को काफी आर्थिक क्षति उठाना पड़ रहा है।
नहर बनाने के लिए पिता ने दी जमीन, चार पुत्रियों ने बेची
गड़खा में नहर बनाने के लिए पिता ने वर्ष 1981 में नहर प्रमंडल को जमीन देते हुए भू-अर्जन विभाग से मुआवजा राशि लेकन जमीन दी थी। जिसे अब चार पुत्रियों ने उत्तर प्रदेश के बीएस के 2 सेक्टर 93 नोयडा सलारपुर महर्षि गौतम बुद्ध नगर निवासी सुरेश पांडेय की पत्नी आशा पाण्डेय, रसूलपुर बनपुरा पाण्डेय टोला निवासी गजेन्द्र पांडेय की पत्नी ममता पाण्डेय, रसूलपुर असहनी गांव निवासी स्व. सत्येन्द्र पांडये की पुनम कुंवर, रसूलपुर बनउत गांव निवासी स्व. अजय मिश्रा की पत्नी सुनिता मिश्रा ने गत दिनांक 14 जुलाई 2021 को करीब 3.35 लाख रूपये लेकर गड़खा गांव निवासी हरेन्द्र मिश्रा के पुत्र प्रभात कुमार मिश्रा से बेच दी है।
नहर की जमीन बेचने को ले डीम से शिकायत
गड़खा में नहर के स्वरूप में बदलाव करते हुए जमीन को बेचने का मामला अब जिलाधिकारी के पास पहुंच गया है। जानकारी के अनुसार गड़खा गांव के ग्रामीण ने जिलाधिकारी को आवेदन के साथ नहर का साक्ष्य और जमीन बिक्री का डीड देकर शिकायत किया है। जिसमें कहा है कि वर्ष 1981 में नहर बनाने के लिए भूमि का अधिग्रहण किया गया था। उस दौरान भूस्वामियों को मुआवजा राशि भी दी गई थी। लेकिन वर्तमान में नहर के स्वरूप में बदलाव कर फुलेना पाण्डेय की पुत्री समेत गांव के कई लोगों ने नहर के जमीन को बेच दिये है। शिकायतकर्ता ने दैनिक भास्कर को बताया कि गड़खा गांव के कई लोग नहर के मूल स्वरूप में बदलाव कर जमीन बेच दिया है और कई लोग बेचने की तैयारी में है।
नहर की जमीन बेचने पर नहीं हुई कार्रवाई तो एनजीटी जाएगा मामला
गड़खा गांव निवासी शिकायतकर्ता ने कहा कि नहर की जमीन बिक्री करने वाले और नहर के मूल स्वरूप मे बदलाव करने वाले पर जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की गई तो मामला कोर्ट में जा सकता है। उन्होंने कहा कि गड़खा गांव के नहर के मूलस्वरूप में बदलाव किये जाने को लेकर नेशनल ग्रीन ट्यूबनल यानी एनजीटी में मामले को उठाया जाएगा। जिसकी पूर्ण जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी।


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