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लोगों की जागरूकता से ही खत्म होगा फाइलेरिया: सिविल सर्जन

  • फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के लिए स्वास्थ्य समिति द्वारा सीफार के सहयोग से हुआ मीडिया कार्यशाला का आयोजन:
  • फाइलेरिया को रोकने के लिए 20 सितंबर से चलेगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम:
  • जिले में 30.75 लाख लोगों को खिलाई जाएगी डीईसी एल्बेंडाजोल की दवा:

कटिहार, 16 सितंबर।

लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने और बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए 20 सितंबर से जिले में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए) का आयोजन किया जा रहा है। उक्त कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा सेंटर फोर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से सदर अस्पताल सभागार में एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन डॉ. डी. एन. पाण्डेय की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में सभी मीडिया कर्मियों को कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मीडिया के माध्यम से लोगों को फाइलेरिया के प्रति जागरूक करने और सरकार द्वारा चलाई जा रही सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गई। मीडिया कार्यशाला में एसीएमओ डॉ. कनिका रंजन, डीएमओ डॉ. जे.पी. सिंह, केयर इंडिया के डीपीओ चंदन कुमार, पीसीआई के डीसी प्रवीण ठाकुर, सीफार के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्यवक धर्मेंद्र कुमार रस्तोगी, सीफार के मीडिया कोऑर्डिनेटर अमन कुमार साह, डब्ल्यूएचओ के सतीश कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

फाइलेरिया के प्रति जागरूकता जरूरी: सिविल सर्जन

कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. डी. एन. पांडेय ने बताया फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाला एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जिसे आमतौर पर हाथी पांव भी कहा जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया के प्रमुख लक्षण हाथ और पैर या हाइड्रोसिल (अण्डकोष) में सूजन का होना होता है। प्रारंभिक अवस्था में इसकी पुष्टि होने के बाद जरूरी दवा सेवन से इसे रोका जा सकता है। इसके लिए लोगों में जागरूकता की आवश्यकता है। लोगों को फाइलेरिया के लिए जागरूक करने में मीडिया की सशक्त भूमिका होती है। 20 सितंबर सरकार द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें आशा व आंगनवाड़ी सेविकाओं द्वारा घर-घर जाकर मुफ्त दवा खिलाया जाएगा। लोगों को इस कार्यक्रम में भाग लेकर स्वयं और अपने परिवार को फाइलेरिया से सुरक्षित करना चाहिए।

जिले में 30.75 लाख लोगों को खिलाई जाएगी डीईसी एल्बेंडाजोल की दवा: डीएमओ

डीएमओ डॉ. जे.पी. पांडेय ने बताया कि लोगों को फाइलेरिया संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए 20 सितंबर से आशा व आंगनवाड़ी सेविका द्वारा लोगों को घर-घर जाकर अपनी उपस्थिति में डीईसी व एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। एमडीए कार्यक्रम के दौरान जिले में 30 लाख 75 हजार 383 लोगों को यह दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए जिले में 1613 दल बनाए गए हैं जिसमें 2707 आशा व 329 वोलेंटियर शामिल होंगे। इसकी निगरानी के लिए जिले में 149 पर्यवेक्षक लगाया गया है। उन्होंने बताया 02 साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों के अलावा सभी लोगों को दवा खिलाई जानी है जिसके लिए 95 लाख 81 हजार 590  डीईसी तथा 38 लाख 32 हजार 640 एल्बेंडाजोल की दवा उपलब्ध कराई गई है।

इस प्रकार करना है फाइलेरिया उन्मूलन दवा का सेवन: डीपीओं

केयर इंडिया डीपीओ चंदन कुमार ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में 02 वर्ष से 05 वर्ष के बच्चों को डीईसी तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली, 06 वर्ष से 14 वर्ष तक के लोगों को डीईसी की दो तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। लोगों द्वारा अल्बेंडाजोल का सेवन आशा की उपस्थिति में चबाकर किया जाना है। 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को कोई दवा नहीं खिलायी जानी है। कार्यक्रम में छूटे हुए घरों में आशा कर्मियों द्वारा पुनः भ्रमण कर दवा खिलाई जाएगी।

ध्यान रखने योग्य जानकारी:

  • खाली पेट दवा का सेवन नहीं किया जाना है।
  • दवा स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही खाना जरूरी है।
  • एल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाई जानी है।
  • फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए अपने घरों के आसपास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें।
  • सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।