लंदन, (एजेंसी)। ब्रिटेन ने चीनी राजदूत पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसके बाद विवाद गर्मा गया। चीन ने ब्रिटेन के इस कदम की तीखी निंदा की। दरअसल, चीन के राजदूत झेंग जेगुआंग को हालही में सर्वदलीय संसदीय समूह (एपीपीजी) द्वारा आयोजित एक बैठक में हिस्सा लेना था लेकिन उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया। चीन ने इस कदम को अपमानजनक करार दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रिटेन स्थित चीनी दूतावास ने इस कदम को अपमानजनक करार दिया और कहा कि इससे दोनों देशों के हित प्रभावित होंगे।
चीन के शिनजियांग में उइगर अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन पर टिप्पणी करने को लेकर सात ब्रिटिश सांसदों को प्रतिबंधित कर दिया गया था और उनकी संपत्ति पर भी जब्त कर ली गई थी। चीन ने यह कार्रवाई की थी। इसी वजह से ब्रिटेन ने चीनी राजदूत को बोलने से रोक दिया। इस कार्यक्रम में ब्रिटिश दलों के कई सासंद शामिल थे। आपको बता दें कि ब्रिटिश सांसदों ने अपने पत्र में दलील दी कि चीनी सरकार ने अब तक प्रतिबंधों को हटाने का कोई प्रयास नहीं किया है जो लोगों का अपराधीकरण करने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी आजादी को सीमित करने का एक औजार है। उन्होंने कहा कि वास्तव में चीनी सरकार ने प्रतिबंधों को कानूनी बल देने के लिए कदम उठाए हैं। यह समझा जाता है कि चीनी राजदूत पर प्रतिबंध स्थाई नहीं है। हाउस आॅफ लॉर्ड्स के अध्यक्ष जॉन मैकफॉल ने इस फैसले का समर्थन किया है।


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