- डीएम और एसपी ने किया पोषण मेला उद्घाटन
- नन्ही परी को डीएम ने अपने हाथों से खिलाया खीर
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। जिले में कुपोषण के खिलाफ जागरूकता लाने के उद्देश्य से सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में समाहरणालय सभागार में पोषण मेला का आयोजन किया गया। मेला का उद्घाटन जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे व एसपी संतोष कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। जिलाधिकारी ने नन्ही परी को अपने हाथों से खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया। कुपोषण की समस्या को जड़ से मिटाने के लिए हमारी सरकार काफी सजग और संकल्पित है। इसे सफल बनाने को लेकर पोषण अभियान समेत तमाम गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। डीएम ने कहा कि जिले के तमाम पदाधिकारियों एवं कर्मियों की सकारात्मक पहल और जन-जन के सहयोग से पोषण माह का उद्देश्य सफल होगा। पोषण माह का मुख्य उद्देश्य कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण है। लेकिन यह तभी संभव है जब समाज के प्रत्येक व्यक्ति को उचित पोषण की जानकारी होगी। पोषण माह के माध्यम से कार्यक्रमों का आयोजन कर समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पोषण का संदेश पहुंचाया जा रहा है। वहीं उन्होंने बताया कि आयोजित पोषण मेला के माध्यम से लोगों को उचित पोषण के साथ-साथ कोविड से बचाव की भी जानकारी दी गई।
पोषण के पांच सूत्र कुपोषण मिटाने मे होगा सार्थक:
सदर शहरी क्षेत्र के सीडीपीओ कुमारी उर्वशी ने पोषण के पांचों सूत्रों का जिक्र किया. पहले सूत्र के रूप में बच्चे के पहले हजार दिन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा की गर्भावस्था के 270 दिन तथा उसके बाद 2 वर्ष तक लगभग 730 दिन बच्चे के सबसे सुनहरे हजार दिन होते हैं इसी समय बच्चे को सही आहार दिया जाना चाहिए जिससे उसका मस्तिष्क तेजी से विकास कर सके. पौष्टिक आहार के रूप में 6 माह तक बच्चे को केवल मां का दूध एवं उसके बाद ऊपरी आहार दिया जाना चाहिये. बहुत सी महिलाएं और किशोरी को एनीमिया की शिकायत है जिसका असर उनके होने वाले बच्चों में भी पड़ सकता है।
गर्भवती महिलाओं को डीएम ने दिया गुल्लक:
विभाग की ओर से एक बेहतर पहल की गयी है। आईसीडीएस के द्वारा गर्भवती महिलाओं को गुल्लक प्रदान किया गया। जिलाधिकारी ने पांच गर्भवती महिलाओं को गुल्लक दिया। इस मौके पर बताया गया कि गर्भवस्था के दौरान प्रसव पूर्व तैयारी कराने की जिम्मेदारी भी सेविका और आशा कार्यकर्ताओं को है। ऐसे में गुल्लक में गर्भवती महिला पैसे की बचत करेंगी ताकि प्रसव के दौरान किसी आर्थिक कठिनाईयों का सामना नहीं करना पड़े।
स्टॉल लगाकर दी गयी पोषण की जानकारी:
मेला के दौरान आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा अलग-अलग स्टॉल लगाकर फल-सब्जी और पौष्टिक आहार के बारे में जानकारी दी गयी। इसके साथ विभिन्न माध्यमों से पोषण के प्रति आमजनों को जागरूक करने का प्रयास किया गया। पौष्टिक सब्जियों के बारे में आमजनों को जानकारी उपलब्ध करायी गयी। इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ एसपी संतोष कुमार, डीपीओ उपेन्द्र ठाकुर, महिला हेल्प लाइन के परियोजना प्रबंधक मधुबाला, सीडीपीओ कुमारी उर्वशी, परियोजना सहायक आरती कुमारी, अंजली सिंह, सीफार के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक गनपत आर्यन समेत अन्य कर्मी मौजूद थे।


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