- टीकाकरण महा-अभियान की सफलता में आशा कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी सेविका की भूमिका रही महत्वपूर्ण
- घर-घर जाकर लाभार्थियों को किया प्रेरित
- एक-एक लाभार्थियों को टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचाने में निभायी अहम भूमिका
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। कोरोना काल में जब लोग कोरंटाइन होकर घर में बंद हो गये थे तो आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लोगों के गांव-गांव घर-घर जाकर दवाएं उपलब्ध करा रही थीं। इनका योगदान सम्पूर्ण कोरोना काल में महत्वपूर्ण रहा है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग के किसी भी अभियान की सफलता में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका काफी अहम रहती है। कोरोना मुक्त व स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार करने में आशा कार्यकर्ता अनवरत अपनी सेवाएं दे रहीं हैं। कोरोना जैसी गंभीर संक्रमण से सुरक्षा के लिए विभाग के द्वारा टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। गुरूवार को टीकाकरण महा-अभियान आयोजित कर टीकाकरण किया गया। इस अभियान के सफल क्रियान्वयन में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही। जिले के प्रत्येक आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया। इसके साथ लोगों को टीकाकरण केंद्र तक लाने में अपनी भूमिका भी निवर्हन किया। ताकि स्वस्थ व कोरोना मुक्त समाज की परिकल्पना को पूरा किया जा सके। कोरोना की लड़ाई में पिछले साल मार्च से ही आशा कार्यकर्ताओं एक उम्मीद की किरण रही हैं। वह अपने नियमित काम के अलावा कोरोना की जंग में गांवों में लोगों के बीच जाकर जिम्मेदारी से काम कर रही हैं।
इन आशा कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा:
टीकाकरण महा-अभियान के दौरान जिले के प्रत्येक आशा कार्यकर्ताओ ने अपनी जिम्मेदारियों का निवर्हन किया। लेकिन कुछ ऐसी भी आशा कार्यकर्ता है जो एक-एक घर का दौरा कर लोगो को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया। सुबह-सुबह एक दरवाजे पर जाकर लोगों को इस बात जानकारी दी गयी कि आज महा अभियान है और आप टीका नहीं लिये है तो जाकर ले लीजिए यह आपके लिए एक बेहतर अवसर है। इस कार्य में सारण जिले के गड़खा प्रखंड के फुरसतपुर की आशा कार्यकर्ता, सुजांती देवी, मीठेपुर की आशा चिन्ता देवी, रामपुर की आशा लाखमुनी देवी, गड़खा गांव की आशा मुन्नी गिरी, विभा देवी, बलहा गांव की आशा अर्चना देवी ने सेवा भाव से अपने कर्तव्यों का निवर्हन कर अन्य आशा कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा की स्त्रोत बनी और स्वस्थ् समाज के निर्माण में अपना योगदान दिया।
आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य विभाग की रीढ़:
सिविल सर्जन डॉ. जेपी सुकुमार ने कहा कि आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ हैं। ग्रामीणों और स्वास्थ्य विभाग के बीच आशाएं एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं, जिनके माध्यम से स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रहीं लाभकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक पहुंच रहा है। उन्होने कहा कि पहली लहर और दूसरी लहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान, देखभाल, दवा पहुंचाने और होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों की देखभाल में भी आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका अहम रही है। जब से कोविड का टीकाकरण शुरू हुआ है तब से प्रत्येक आशा अपना योगदान दे रहीं है। काफी चुनौतियों का सफर पार कर टीकाकरण अभियान आज इस मुकाम पर पहुंचा है। इस अभियान में प्रत्येक व्यक्तियों की सहभागिता आवश्यक है।
सुजानती देवी, आशा फैसलीटेटर, फुरसतपुर
विभा देवी, आशा, गड़खा बाजार
लखमुनि कुमारी, आशा, रामपुर, गड़खा सारण
मुन्नी गिरी, आशा
चिंता देवी, आशा, मिठेपुर
अर्चना देवी, आशा बलहा


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