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अमेरिका में भारतीय मूल के जातिवादी लोगों ने दलित के साथ किया भेदभाव, हंगामा व एफआईआर 

अमेरिका में भारतीय मूल के जातिवादी लोगों ने दलित के साथ किया भेदभाव, हंगामा व एफआईआर 

अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक दलित भारतीय इंजीनियर से भेदभाव का मामला सामने आया है। इस दलित भारतीय के साथ भारत के ही सवर्ण जाति के उन लोगों ने भेदभाव किया, जो उसी के साथ कंपनी में काम करते थे। दो जुलाई को यह मामला सामने आने के बाद कैलिफोर्निया अथॉरिटी ने अमेरिकी कंपनी सिस्को सिस्टम्स (Cisco Systems) के खिलाफ भेदभाव की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

अपनी शिकायत में दलित इंजीनियर का आरोप है कि उसके सभी सुपरवाइजर ऊंची जाति से ताल्लुक रखते हैं और इन्हीं लोगों ने मिलकर उसे प्रताड़ित किया। इस मामले में भेदभाव करने और उसे प्रताड़ित करने के लिए सिस्को के सुपरवाइजर सुंदर अय्यर और रमन कोम्पेल्ला को नामजद किया गया है। ये दोनों ही ऊंची जाति के हैं। मुकदमे में कहा गया है कि सिस्को ने इस भेदभाव को रोकने के लिए कदम नहीं उठाए। इसमें कहा गया है कि सवर्ण भारतीय ने अन्य कर्मचारियों से पीड़ित की पहचान उजागर करते हुए कहा कि यह कर्मचारी दलित है और उसे भाई-भतीजावाद के कारण भारत के प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में दाखिला मिला।

इसके बाद कर्मचारी ने सिस्को के मानव संसाधन विभाग से संपर्क किया और अय्यर के खिलाफ भेदभाव की शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की। जिससे बौखलाए सवर्ण जातिवादी अय्यर ने उससे उसकी सारी जिम्मेदारियां छीन ली और उसे ऐसा काम दिया जो उसकी भूमिका को कमतर करता था तथा उसे अलग-थलग महसूस कराया। अय्यर ने सहकर्मियों से कहा कि वह उस कर्मचारी को नजरंदाज करें। मुकदमे में कहा गया कि उस कर्मचारी को वेतन भी तुलनात्मक रूप से कम मिलता था तथा अवसर भी कम दिए जाते थे।

मुकदमे में कहा गया है कि ऊंची जाति के सुपरवाइजरों और सहकर्मियों ने टीम में और सिस्को के कार्यस्थल पर भी भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया। इसमें कहा गया है कि सिस्को में कर्मचारी के साथ किया गया व्यवहार नागरिक अधिकार कानून, 1964 और कैलिफोर्निया निष्पक्ष रोजगार एवं आवासीय कानून का उल्लंघन है। इस मामले में भारतीय सवर्ण पर रंगभेद का मुकदमा भी दर्ज हो सकता है।

Source:- Bahujan Today & Dalit Dastak 

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