पंकज कुमार सिंह। राष्ट्रनायक न्यूज।
मशरक (सारण)। प्रखंड के 140 सरकारी विद्यालयों में शिक्षा सुधार के लिए प्रतिदिन अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है जिसमें विद्यालय से शिक्षकों के गायब होने के मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। वहीं सरकार द्वारा विद्यालय के भवन, मध्याह्न भोजन और स्मार्ट क्लास लगाकर शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ की जा रही है। वहीं सारण के मशरक प्रखंड क्षेत्र के शिक्षा पदाधिकारियों के द्वारा कुछ विद्यालयों में छात्रों के अनुपात से शिक्षक उपलब्ध नहीं करा पा रही है जिससे विद्यालयों में सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही बेहतर शिक्षा नहीं मिल पा रही है।कुछ विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति के अनुपात में शिक्षक नहीं प्रतिनियुक्त कर सिर्फ खानापूरी की जा रही है। कंप्यूटर शिक्षा के युग में प्राथमिक विद्यालयों की ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। शिक्षा व्यवस्था का अंदाजा इसी से लगा लिजिए कि प्राथमिक विद्यालय जिसमें वर्ग 1 से 5 तक वर्ग हैं जिसमें कहीं शिक्षकों की संख्या ज्यादा है तो कही कम है जहां यदि इस मामले में जांच-पड़ताल कर यदि किसी विद्यालय में ज्यादा संख्या में नियुक्त शिक्षकों को कम शिक्षक वालें विद्यालय में प्रतिनियुक्त कर शिक्षा से वंचित छात्रों को शिक्षा की अमृत पिलायी जा सकती है। इसका ताजा उदाहरण देखिए कि प्राथमिक विद्यालय मठिया में 8 शिक्षक हैं। प्राथमिक विद्यालय किसुनपुरा चैनपुर में 11 शिक्षक हैं वही पड़ोस में ही नवसृजित प्राथमिक विद्यालय उज्जैन टोला कवलपुरा में 2 महिला शिक्षिका तो प्राथमिक विद्यालय गंगौली कन्या में भी 2 शिक्षक और एनपीएस उतर टोला चैनपुर में 3 शिक्षक ही हैं।


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