अखिलेश्वर पाण्डेय। राष्ट्रनायक न्यूज।
जलालपुर (सारण)। प्रखंड के देवरिया पंचायत के पोझियां ग्राम के यूक्रेन मे मेडिकल की पढाई करने वाला एक होनहार छात्र वहां के वर्तमान हालात मे फंसा हुआ है, जबकि उसकी बहन पोलैंड के रास्ते घर वापसी की ओर है। उनके बाबा तथा दादी, माता पिता व परिजन काफी डरे हुए हैं तथा रो रो कर उनका बुरा हाल है। वे बेटे की सुरक्षित घर वापसी के लिए लगातार ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। जितेन्द्र चौधरी के पुत्र रितेश उजरोहड यूनिवर्सिटी मे एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र है वही पुत्री जीनिया टर्नोपील यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस थर्ड ईयर की छात्रा है। जिनिया तथा रितेश के बाबा बीरबल चौधरी ने बताया कि हमारे दोनों बच्चों को युद्ध की इस तरह की आशंका नहीं थी। जब रूस ने ताबड़तोड़ हमले शुरू किए तो पढ़ने वाले भारतीय छात्रों में अफरा तफरी का माहौल बन गया। जो छात्र पड़ोसी देशों की सीमा के पास थें, वह दूसरे देश के माध्यम से भारत लौट गए। लेकिन जो लोग राजधानी कीव में थें उनमे से कई हास्टल तथा बंकरों में तथा कई भारतीय दूतावास में चले गए। जीनिया हॉस्टल में थीं तथा रितेश कीव स्थित भारतीय दूतावास में है। पड़ोसी व रामजानकी उच्चविद्यालय साधपुर के प्राचार्य अवध किशोर चौधरी ने बताया कि लड़की से फोन पर बात हुई है वह शनिवार को दोपहर यूक्रेन से सुरक्षित बचते हुए पोलै़ड की सीमा में प्रवेश कर ग ई है। एक दो दिनों मे घर आ जाएगी। वही रितेश कीव स्थित भारतीय दूतावास में है। सभी परिजन हालात को देखकर रोने लगे। सभी ने भारत सरकार से आग्रह किया है कि सरकार रुस से बात कर वहां फंसे सभी भारतीयों छात्रों को घर वापसी सुनिश्चित कराएं। रूस भारत का अभिन्न मित्र है। परिजनों ने बताया कि बेटी जिनिया के अनुसार वहां स्थिति भयावह है। सभी लोग होस्टल में लाइट बंद करके रह रहे थें। बाहर निकलने के लिए वाहनो में ईंधन नहीं था काफी मशक्कत से मिल रहा था। उसके हास्टल से पड़ोसी पोलैंड की दूरी 900 किमी है। वहीं पड़ोसी व शिक्षक संजीव कुमार चौधरी ने बताया कि बहन जिनिया वापस आ रही है इससे काफी खुशी है, वहीं रितेश के यूक्रेन में फंसे होने से सभी गांव वाले दहशत में हैं तथा ईश्वर से उसके सुरक्षित वापसी की दुआ मांग रहे हैं। सभी ने स्थानीय सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल से इस बावत पहल करने की मांग की है।


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