राष्ट्रनायक न्यूज

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हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर आगामी 16 अप्रैल को विशेष रूप से मनाई जाएगी चौथी वर्षगांठ:

  • स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित करना पहला लक्ष्य: डीपीएम
  • आशा कार्यकर्ताओं एवं आशा फैसिलिटेटर को जागरूकता के लिए सौंपी गई है जिम्मेदारी: डीपीसी
  • ई-टेलीमेडिसीन सेवाओं के तहत चलाया गया ड्राई रन: अमित कुमार

राष्ट्रनायक न्यूज।

पूर्णिया (बिहार)। राज्य सरकार, चिकित्सा के क्षेत्र में नई-नई तकनीकी व्यवस्था को लेकर कार्य करने में जुटी हुई है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को जिले के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं मिल रही हैं। ज़िले के विभिन्न हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर 11 एवं 13 अप्रैल को ड्राई रन चलाया गया है। जिसमें 11 अप्रैल को 820 तो 13 अप्रैल को 1323 लाभार्थियों को इसका लाभ मिला है। जिस कारण बिहार में दूसरा स्थान मिला है। ज़िले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अब ससमय बेहतर व विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा ई-टेलीमेडिसीन के माध्यम से इलाज की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर तरह की तैयारी पूरी कर ली गई है। मरीज द्वारा निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित एएनएम के पास कॉल किया जाएगा। उसके बाद बीमार मरीज से बातचीत के आधार पर मिली समस्या को एएनएम के द्वारा चिकित्सकों के पास भेजा जाएगा। जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ई-टेलीमेडिसीन के माध्यम से मरीजों को सलाह दी जाएगी। इसके लिए पहले ही एएनएम या अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित करना पहला लक्ष्य: डीपीएम

जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर आगामी 16 अप्रैल को सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन सेवा प्रदान की जानी है। ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं को सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है। जिलेवासियों को सीधे तौर पर इसका लाभ देने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टेलीमेडिसीन कंसल्टेशन की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य सेवा को सशक्त एवं मजबूत बनाया जा रहा है। जिससे लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर सुविधा प्रदान की जा सके। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह के द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ई-टेलीमेडिसीन द्वारा अधिक से अधिक लोगों को लाभ दिलाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाए।

आशा कार्यकर्ताओं एवं आशा फैसिलिटेटर को जागरूकता के लिए सौंपी गई है जिम्मेदारी: डीपीसी

जिला स्वास्थ्य समिति की डीपीसी निशि श्रीवास्तव ने बताया कि ज़िले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर आगामी 16 अप्रैल को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे टेली कंसल्टेंशन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। जिसको लेकर सभी तरह के आवश्यक उपकरणों और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है। सभी हेल्थ एण्ड वेलनेस केन्द्रों में ई- टेलीकम्युनिकेशन के लिए आवश्यक संसाधन यथा-कार्यशील एण्ड्रॉयड टैबलेट, इन्टरनेट की सुगम व्यवस्था सुनिश्चित करायी जानी है। आशा कार्यकर्ता एवं आशा फैसिलिटेटर को दायित्व दिया गया है कि वे लोग इच्छुक व्यक्तियों को चिह्नित कर 16 अप्रैल को हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर चिकित्सकीय परामर्श लेने के लिए प्रेरित कर जागरूकता लाने का काम करें। ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण लाभान्वित हो सकें।

ई-टेलीमेडिसिन सेवाओं के तहत चलाया गया ड्राई रन: अमित कुमार

केयर इंडिया की ओर से डीटीओ (ऑन) अमित कुमार ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में हब एंड स्कोप प्रणाली के माध्यम से ई-टेलीमेडिसीन की सुविधाएं उपलब्ध करायी गई है। स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ीकरण के तहत ई-टेलीमेडिसीन की सुविधा पहले से ही शुरू की जा चुकी है। इसके सफल क्रियान्वयन को लेकर ज़िले के विभिन्न हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर 11 एवं 13 अप्रैल को ड्राई रन चलाया गया है। जिसमें 11 अप्रैल को 820 तो 13 अप्रैल को 1323 लाभार्थियों को इसका लाभ मिला है। यह सेवा उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है जो साधन, समय एवं पैसे के अभाव में बड़े-बड़े स्वास्थ्य संस्थानों के विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श या उपचार लेने में असमर्थ रहते हैं।