छपरा सदर अस्पताल में मरीज को भर्ती कराने को लेकर दो गुटों में चाकूबाजी, दो घायल
छपरा(सारण)। सदर अस्पताल से मरीज ले जाने के सवाल पर दलालों के दो गुटों के बीच शनिवार की रात को चाकूबाजी हो गयी, जिसमें चाकू लगने के कारण गंभीर रूप से घायल एंबुलेंस चालक बुरी तरह जख्मी हो गया। जिसे इलाज के दौरान चिकित्सकों ने पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया। जबकि दूसरे का इलाज करने के बाद अस्पताल प्रशासन ने छुट्टी कर दी, हालांकि इस मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सका है, लेकिन जानकार लोगों का कहना है कि अस्पताल से बहका कर मरीज ले जाने के कारण दोनों के बीच आपस में विवाद उत्पन्न हो गया। एक घायल एंबुलेंस चालक है, जबकि दूसरा घायल सदर अस्पताल के बगल में स्थित एक नर्सिंग होम में काम करता है। एंबुलेंस चालक रात में अपनी एंबुलेंस में सोया हुआ था। इसी दौरान नर्सिंग होम में काम करने वाले युवक ने उसे जगा कर बाहर निकाला और चाकू घोंप दिया। चाकू उसके पेट तथा सीने में ऊपर लगी है, जिसके कारण उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी। आपातकालीन कक्ष में ड्यूटी पर तैनात डॉ राकेश कुमार ने बताया कि भगवान बाजार थाना क्षेत्र के रतनपुरा धर्मनाथ मंदिर के पास के रहने वाले भरत प्रसाद के पुत्र 18 वर्षीय धीरज कुमार को दो जगह चाकू लगे थे, जिसके कारण उसे रेफर कर दिया गया। जबकि नई बाजार के सुरेश राय के पुत्र आकाश कुमार को हाथ में चाकू लगा है, जिसे इलाज करने के बाद छुट्टी कर दिया गया। इस संबंध में थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सका है। बताते चलें कि सदर अस्पताल में दो माह के अंदर दलालों के बीच मारपीट तथा चाकूबाजी की यह चौथी घटना है। इसके पहले भी तीन बार जनवरी तथा फरवरी माह में चाकूबाजी और मारपीट की घटनाएं हो चुकी है। दरअसल एंबुलेंस के चालक और नर्सिंग होम में काम करने वाले युवकों का हमेशा जमावड़ा लगा रहता है, जो सदर अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को दिग्भ्रमित कर ले जाते हैं। मरीजों को बहकाने को लेकर दलाल प्रायः आपस में उलझ जाते हैं और मारपीट की घटनाएं होती है। आए दिन हो रही इस तरह की घटनाओं के कारण सदर अस्पताल में काम करने वाले चिकित्सक तथा कर्मचारी भी भय व दहशत के माहौल में काम करने को मजबूर हैं। दलालों के बढ़ते दबदबा के कारण चिकित्सक भी कुछ नहीं बोल पाते हैं । सदर अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में कर्मचारियों की कमी रहने के कारण अवैध लोगों से अस्पताल प्रशासन द्वारा काम कराया जाता है । इसी का लाभ उठाकर दलाल भी मरीजों को दिग्भ्रमित कर अपने नर्सिंग होम में ले जाते हैं। जहानों केवल मरीजों का आर्थिक शोषण हो रहा है बल्कि गलत उपचार के कारण मरीजों को असमय ही काल कवलित होना पड़ रहा है। जनवरी माह में डीएम के निर्देश के आलोक में दलालों तथा अवैध एंबुलेंस संचालकों के खिलाफ सदर एसडीओ ने छापेमारी की थी, जिसके बाद कुछ दिनों तक मामला शांत रहा, लेकिन पुन : स्थिति जस की तस बनी हुई है।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
सदर अस्पताल में चाकूबाजी की घटना की उन्हें कोई सूचना नहीं है। इस मामले में जांच के लिए सदर अस्पताल के उपाधीक्षक तथा अस्पताल प्रबंधक को आवश्यक निर्देश दिया गया है तथा जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।
डाॅ. माधवेश्वर झा
सिविल सर्जन, सारण


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