- 13 बच्चों को किया गया चिन्हित, 3 बच्चों की अहमदाबाद में हुई सफल सर्जरी
- दिल की छेद की बीमारी से ग्रसित बच्चों को बाल ह्रदय योजना का मिला सहारा
राष्ट्रनायक न्यूज।
औरंगाबाद (बिहार)। दिल में छेद की समस्या वाले बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना जीवनज्योति बना है. इस योजना की मदद से ऐसे बच्चों का इलाज किया जाता है जिन्हें दिल में छेद है. इसके लिए नि:शुल्क ईलाज की सुविधा है. स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की टीम द्वारा पहले ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जाता है जिन्हें दिल में छेद की बीमारी है. ऐसे बच्चों का जिला स्तरीय अस्पताल में आवश्यक जांच के बाद पटना स्थित इंदिरा गांधी ह्रदय रोग संस्थान भेजा जाता है. जिन बच्चों को दिल के छेद की समस्या के मामले में सर्जरी की आवश्यकता होती है उन्हें अहमदाबाद भेजा जाता है. यदि किसी बच्चे को दिल में छेद की समस्या है तो उसके इलाज की प्रक्रिया के बारे में नजदीकी प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी या आरबीएसके चिकित्सकों को इसकी सूचना दी जा सकती है. यह जानकारी जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ कुमार मनोज ने अपने कार्यालयकक्ष में बातचीत के दौरान दी.
सफल सर्जरी के बाद तीन बच्चे हुए स्वस्थ:
डीपीएम ने बताया वर्ष 2021 में जिला में दिल में छेद की समस्या वाले 13 बच्चों को चिन्हित किया गया. जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद अहमदाबाद में तीन बच्चों का सफल सर्जरी किया गया है. इनमें एक दाउदनगर तथा दो रफीगंज के हैं. सभी बच्चे स्वस्थ्य हैं. अन्य बच्चों के आवश्यक जांच की प्रक्रिया चल रही है. बताया कि मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना की मदद से जिले के वैसे माता पिता जो इस प्रकार की बीमारी का इलाज कराने में सक्षम नहीं थे, उन्हें राज्य सरकार से काफी सहयोग मिल रहा है. बाल ह्रदय योजना के तहत ऐसे बच्चों का नि:शुल्क इलाज किया जाता है. पटना सहित अहमदाबाद आने—जाने, रहने, खाने की सुविधा दी जाती है. सभी प्रकार का व्यय राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है. इलाज के बाद बच्चों का नियमित फॉलोअप होता है.
क्या कहते हैं बच्चों के परिजन:
- बच्ची पहले की तुलना में अब पूरी तरह स्वस्थ्य है. सामान्य बच्चों की तरह सक्रिय है. मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना की मदद से उसका इलाज हुआ है. यह हमारे लिए एक वरदान है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्ची का नियमित रूप से फॉलोअप किया जाता है.
सायका राशिद के पिता हारून राशिद, रफीगंज
- बच्ची का शारीरिक विकास अब पहले से बेहतर हो रहा है. वह आम बच्चों की तरह पूरी तरह एक्टिव रहती है. उसका वजन भी बढ़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्जरी कराने में हमारी काफी मदद की गयी. बाल ह्रदय योजना का लाभ मिला है.
शिफा नाज के पिता तैयब कुरैशी, रफीगंज
- बच्ची पूरी तरह स्वस्थ्य है. शारीरिक रूप से उसका बेहतर ग्रोथ हो रहा है. अन्य बच्चों की तरह खूब खेलती कूदती है. स्वास्थ्य विभाग की मदद से राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी बाल ह्रदय योजना का लाभ मिला है.
अदिति राज के पिता सुभाष कुमार, दाउदनगर
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