- स्वास्थ्य सेवाओं के आधारभूत संरचनाओं का हो रहा है विस्तार: उपमुख्यमंत्री
- आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवाएं उपलब्ध होने सेहोगी सहूलियत: जिलाधिकारी
- हरी झंडी दिखाने से पहले अंदर की व्यवस्था एवं कार्यप्रणालियों का किया गया निरीक्षण: सीएस
कटिहार (बिहार)। स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा कटिहार जिले को 102 एंबुलेंस सेवा के तहत 07 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस एवं 07 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस उपलब्ध कराया गया है। सूबे के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, जिलाधिकारी उदयन मिश्रा, सिविल सर्जन डॉ एनके पाण्डेय ने संयुक्त रूप से इन 14 नए एम्बुलेंस को जिलों के विभिन्न प्रखंडों में उपयोग में लाने के उद्देश्य से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम डॉ किशलय कुमार एवं सदर अस्पताल के प्रबंधक सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
स्वास्थ्य सेवाओं के आधारभूत संरचनाओं का हो रहा है विस्तार : उपमुख्यमंत्री
उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बताया कि वर्तमान समय में 102 एम्बुलेंस सेवाएं जिले में कार्य कर रही है। जबकिं नए एम्बुलेंस पूरी तरह से बुनियादी जीवन रक्षक एम्बुलेन्स (बलसा) के 07 एवं उन्नत जीवन रक्षक एम्बुलेन्स (अलसा) के 07 एम्बुलेंस शामिल हैं। भारतीय लोक स्वास्थ्य मानक के अनुसार, एक लाख की आबादी पर एक बुनियादी जीवन रक्षक एम्बुलेन्स (बलसा) एवं पांच लाख की आबादी पर एक उन्नत जीवन रक्षक एम्बुलेन्स (अलसा) का प्रावधान है। उपमुख्यमंत्री ने बताया की प्रधानमंत्री द्वारा कोविड-19 संक्रमण काल से स्वास्थ्य सेवाओं की आधारभूत संरचनाओं के विस्तार एवं मजबूती के लिए विशेष रूप से प्रयासकिया गया है। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से विशेष राशि उपलब्ध कराई गई हैं। जिसके परिणामस्वरूप पूरे राज्य में एम्बुलेन्स की संख्या में लगभग 1000 से अधिक नये एम्बुलेन्स जोड़ने का निर्णय किया गया है। अनुमंडल स्तरीय अस्पतालों से लेकर चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पतालों की आधारभूत संरचनाओं का विस्तार राज्य में मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में हो रहा है।
आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवाएं उपलब्ध होने से जिलेवासियों को मिली सौगात: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी उदयन मिश्रा ने बताया कि इन 14 एम्बुलेंसों के परिचालन से आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवाओं में पहले से अधिक गुणात्मक सुधार होगा। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के मरीजों को समय सीमा के अंदर आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवाएं उपलब्ध होने से काफी सहूलियत होगी। ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती माताओं, बीमार शिशुओं, गंभीर रूप से बीमार मरीजों एवं दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को इससे तत्काल स्वास्थ्य सहायता उपलब्ध हो सकेगी। बुनियादी जीवन रक्षक एम्बुलेंस वैसे तो ऑक्सीजनयुक्त एम्बुलेन्स होते हैं, जिनका उपयोग सामान्य रोगियों के परिवहन में किया जाता है। जबकि उन्नत जीवन रक्षक एम्बुलेन्स वैसे एम्बुलेन्स होते हैं, जो गंभीर रूप से बीमार रोगियों, जैसे हृदयाघात, ब्रेन हेमरेज एवं गंभीर रूप से दुर्घटनाग्रस्त मरीजों के परिवहन हेतु उपयोग में लाए जाते हैं। उन्नत जीवन रक्षक एम्बुलेन्स में ऑक्सीजन सुविधा के साथ साथ वेंटीलेटर, डिफिब्रीलेटर सह कार्डियक मॉनिटर, सेंट्रल वेन कैथेटर्स आदि की सुविधा उपलब्ध होती है। एक उन्नत जीवन रक्षक एम्बुलेन्स चलंत गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) की तरह काम करता है।
हरी झंडी दिखाने से पहले अंदर की व्यवस्था एवं कार्यप्रणालियों का किया गया निरीक्षण: सीएस
सिविल सर्जन डॉ एनके पाण्डेय ने बताया कि जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों के 16 नई एंबुलेंस आनी है। इसमें से अभी 14 एम्बुलेंस मिला है। हरी झंडी दिखाकर रवाना करने से पहले उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं जिलाधिकारी उदयन मिश्रा सहित अन्य अधिकारियों द्वारा एंबुलेंस के अंदर की व्यवस्थाओं एवं कार्यप्रणालियों की जानकारी ली गई।


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