- मृत बच्चे के जीवित होने की खबर व फोटो देखकर उसके परिजन कुशीनगर से पहुंचे तरैया
- दो- दो दावेदार होने के कारण पुलिस ने बच्चें को भेजा बाल सुरक्षा इकाई छपरा
राष्ट्रनायक न्यूज।
तरैया (सारण)। थाना क्षेत्र के गंडार गांव में सर्पदंश से मृत बच्चे के पांच साल बाद जीवित होकर घर लौटने का मामला अब नया मोड़ ले लिया है। जिस बच्चे को गंडार निवासी हरेन्द्र महतो की पत्नी सुनीता देवी पांच साल पूर्व सर्पदंश से मृत बच्चे को जीवित होकर घर लौटने पर उसको अपना पुत्र बता रही थी। जराअस्ल वह मानसिक विक्षिप्त बच्चा यूपी के कुशीनगर का रहने वाला है, जो बिगत पांच दिनों से कुशीनगर कप्तानगंज से लापता हैं। बताते चले कि पिछले दिनों तरैया के गंडार गांव में सर्पदंश से मृत बच्चे के पांच साल बाद जीवित होकर लौटने की चर्चा व खबर समाचार पत्रों और टीवी चैनलों व सोशल मीडिया पर खूब जोर शोर से चली। जिसके बाद उक्त गांव में दूर दराज से लोगों का आना जाना लगा हुआ था। इस घटना की खबर मोबाइल, यूट्यूब व सोशल मीडिया पर देखकर बच्चे के परिजन शुक्रवार को यूपी के कुशीनगर कप्तानगंज से एक बोलेरो पर सवार लगभग आधा दर्जन महिलाएं व पुरुष तरैया के गंडार गांव पहुचे। कुशीनगर से आये लोगों ने सर्पदंश से मृत को अपना बच्चा होने का दावा करने लगे तथा कहने लगे कि सोमवार को कप्तानगंज से उनका बच्चा गुम हो गया था। बच्चे की खोजबीन जारी थी तबतक वे लोग मोबाइल पर इस खबर और फोटो को देखे तो अचंभित हो गए और पूरे परिवार के साथ उस बच्चे का आधार कार्ड, फोटो, गुमसुदगी का पर्ची, समेत अन्य कागजात लेकर पहुच गए। लेकिन यहां पहुचने पर दृश्य कुछ और ही हो गया।
सर्पदंश से मृत बच्चे के दो-दो हुए दावेदार:
कुशीनगर यूपी से आये लोगों ने जबरन बच्चे को ले जाने का प्रयास किया तो गंडार गांव के लोग उनसे उलझ गये और किसी भी कीमत पर बच्चे को नहीं ले जाने की बात कहने लगे। सूचना पाकर तरैया पुलिस दल बल के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों दावेदारों से अलग-अलग बात किया। गंडार वाले हरेन्द्र महतो की पत्नी सुनीता देवी व गांव वालों ने बच्चे के चहरे काला मस्सा व दाढ़ी में कटे के निशान से अपना बच्चा होने कि पहचान का दावा कर रहे थे। जबकि यूपी कुशीनगर से आये दावेदारों ने सोमवार से बच्चे के गुम होने के बाद गुमशुदगी का पर्चा, आधार कार्ड, व फोटो दिखाकर अपना बच्चा होने का दावा कर रहे थे। मामला बढ़ता देखे एक बच्चे के दो-दो दावेदार होने के कारण पुलिस ने बच्चे को तरैया थाने लेकर पहुंची। जिसके बाद दोनों दावेदार थाना पहुचे। काफी जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने बच्चे को बाल सुरक्षा इकाई में भेजना उचित समझा। इस सम्बंध में तरैया थानाध्यक्ष मो. शोएब आलम ने बताया कि बच्चे के दो दावेदार होने के कारण बच्चे को बाल सुरक्षा इकाई छपरा भेजा जा रहा है। जांचोपरांत बच्चे को सही दावेदारों को उनका बच्चा सौपा जायेगा।
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