राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। 2014 के बाद देश में जिस चीज की सबसे अधिक दुर्गति हुई है, वह है शिक्षा।केन्द्र सरकार का नम्बर वन ऐजेंडा है शिक्षा का भगवाकरण, जिसके तहत बडे़ पैमाने पर विद्यालयों और विश्वविद्यालयों में सिलेबस से ऐसे ईतिहास नायकों की जीवनी एवं विचारों को हटाया जा रहा है, जिनका योगदान जंगे आजादी से लेकर समाज सुधार में रहा है, उसके स्थान पर सामाजिक ताने बाने को छिन्न भिन्न करने वाली विचारधारा समायोजित की जा रही है, जो आनी वाली पीढि़यों को एक अच्छे नागरिक बनने की राह में रोडे़ ही अटकाएगा। शिक्षा के बाजारीकरण और नयी शिक्षा नीति ने गरीब बच्चों को शिक्षा से महरुम कर दिया है।एस एफ आई हमेशा रोजगारोनमुखी और वैज्ञानिक शिक्षा पद्धति के लिये संघर्ष करती आई है। हमारा यह अखिल भारतीय जत्था पूरे भारत में कार्पोरेटी शिक्षा नीति के विरुद्ध विद्यार्थियों को लामबन्द कर एक जंगजू आन्दोलन के सिर्जन के लिये आयोजित है।बिहार में भी एक बडा़ आन्दोलन हम खडा़ करेंगे। उपरोक्त बातें केन्द्रीय जत्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए जत्थे का नेता और SFI के राष्ट्रीय महासचिव मयुख विश्वास ने कही। कार्यक्रम आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर राजेन्द्र कालेज छपरा में आयोजित था।अध्यक्षता जिला अध्यक्ष रुपेश कुमार ने किया तथा आगंतुक साथियों का स्वागत जिला सचिव शादाब मजहरी ने किया। छात्र संवाद का उद्घाटन माँझी विधायक और पूर्व प्रांतीय छात्र नेता सत्येंद्र यादव ने किया। उन्होंने बिहार में पूर्व एन.डी.ऐ. सरकार की शिक्षा के प्रति उदासीनता की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों तथा स्कूलों में शिक्षकों की कमी के चलते शैक्षणिक कार्य पूरी तरह बाधित है।नयी महागठबंधन की सरकार इस कमी को दूर करने की दिशा में साकारात्मक कदम उठायेगी। मैं स्वयं, खास कर सारण जिले की शैक्षणिक वातावरण को साकारात्मक बनाने के लिये प्रयत्नशील हूँ। SFI के राज्याध्यक्ष शैलेन्द्र यादव ने कार्यक्रम की सफलता के लिये आयोजकों को धन्यवाद देते हुए केन्द्रीय छात्र जत्था के उद्देश्यों को न केवल सारण बल्कि पूरे बिहार में पूरा करने के लिये संघर्ष का आहवान किया।इन्होंने सभी स्कूल एवं कालेजों में सघन अभियान की रुप रेखा प्रस्तुत करते हुए शैक्षणिक अराजकता दूर करने पर बल दिया। अपनी बातों को आगे बढा़ते हुए इन्होंने जयप्रकाश विश्वविद्यालय में व्याप्त अराजकता एवं भ्रष्टाचार के विरुद्ध हल्ला बोल अन्दोलन चलाने की योजना बनाई। SFI के राज्य सचिव मुकुल राज,आज के छात्र संवाद में मुख्य आमंत्रित थे।इन्होंने अपनी ओजपूर्ण शब्दों में घोषणा किया कि हमें गोलवलकर की नहीं भगत सिंह की शिक्षा को आगे बढा़ना है। छात्र- संवाद के पूर्व एक छात्र रैली आयोजित की गयी जो शहर के मुख्य चौक चौराहों से गुजरते हुए राजेन्द्र कालेज में ही सभा में तब्दील हो गयी। रैली में जिले के कोने कोने से आये सैकड़ों छात्रों ने भाग लिया। एफ.आई.के अभियान का अभिनन्दन करते हुए प्रोफेसर दिनेश पाल ने अंधविश्वास के विरुद्ध कारगर जागरुकता पपर बल दिया। उन्होंने कहा कि समाज में फैले कुरीतियों को दूर करने मे युवाओं को आगे आना होगा। अखिल भारतीय जत्था एवं छात्र- संवाद को सफल बनाने में मुख्य भूमिका देवेन्द्र कुमार, सरताज खाँ, इमरान खाँ, राजू भाई (पूर्व नेता एवं मुखिया), सहजाद मजहरी, उमेश यादव, दीपक राज ,रीतेश यादव, जितेन्द्र क साह, नीषा कुमारी, अंजली कुमारी, मनीष कुमार, सुनील राय (पूर्व जिला सचिव), दीपक राज, कल्पनाथ राम, अरविन्द कुमार, जीतेन्द्र कुमार, पवन कुमार,लक्षमण कुमार, दलन यादव, की रही।
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