- चिकित्सक सहित क्लिनिक स्टाप पर प्राथमिकी दर्ज,पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम में भेजा
- तरैया में चल रहे अवैध नर्सिंग होम के संचालकों ने फिर ले ली एक महिला की जान
राष्ट्रनायक न्यूज।
तरैया (सारण)। प्रखंड के रामबाण स्थित एक क्लिनिक में प्रसव के दौरान एक महिला की मौत हो गई। मृतका पानापुर थाना क्षेत्र के भोरहा मही निवासी अजय राम की 21 वर्षीय पत्नी आरती देवी बताई जाती है। इस सम्बंध में मृत महिला के पिता सिवान जिले के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर निवासी मनोज राम ने तरैया थाने में अपनी पुत्री की हत्या का आरोप लगाते हुए उक्त निजी क्लिनिक के चिकित्सक व उनके स्टाप पर प्राथमिकी दर्ज कराया है। पीड़ित व्यक्ति का कहना है कि वह अपनी पुत्री आरती देवी को गर्भावस्था में प्रसव कराने तरैया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 13 अगस्त को भर्ती कराये थे। जहां चिकित्सकों ने कुछ देर इलाज के बाद उसे छपरा सदर रेफर कर दिया। वे लोग छपरा जाने की तैयारी कर रहे थे तबतक रामबाग जीवनदान हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ. तरुण कुमार बोले कि हम नर्मल डिलेवरी करा देंगे और प्रसव पीड़ित को अपने निजी नर्सिंग होम में लेकर चले गये। जहां चिकित्सक ने बिना गार्जियन से पूछे ओपेन सर्जरी कर दिया। जब मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी तो बोले कि पटना ले जाना पड़ेगा। पटना में भी उनका हॉस्पिटल है और एम्बुलेंस से रोगी को पटना लेकर चल दिये। निजी चिकित्सक ने पटना में रोगी को भर्ती कराकर सभी पर्ची अपने साथ लेकर भाग निकले। उसके बाद पटना के चिकित्सक बोले कि आपके मरीज की मृत्यु हो चुका है। तरैया बाजार स्थित अवैध नर्सिंग होम में मरीजों को भर्ती कर भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता है और उसने मनमाने तरीके से पैसे की वसूली की जाती है। नर्सिंग होम के आसपास असमाजिक तत्वों को रखा जाता है। ताकि असमाजिक तत्व के लोग अपने सामाजिक कार्यकर्ता बनकर मृतका के शव का मोलभाव कर दाम लगाते और पैसे पर फैसला करते है तथा नही मानने पर डरा धमका कर भगा देते है। रामबाग में नर्सिंग होम के पास एकत्रित कुछ लोगों ने जाति सूचक शब्द और गाली-गलौज कर वहां से भगा दिया। इधर पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को छपरा भेज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
अवैध नर्सिंग होम में इलाज व ऑपरेशन के नाम पर मौत का सिलसिला जारी:
तरैया में अवैध नर्सिंग होम में प्रतिदिन मौत का सिलसिला बढ़ते जा रहा है। अवैध नर्सिंग होम के संचालक दलालों के मार्फ़त रोगियों को अपने चुंगल में फंसते है और बिना डिग्री के बड़ा से बड़ा ऑपरेशन कर देते है। अगर भगवान भरोसे रोगी ठीक हो गये तो पैसे मरोड़ लेते है। और रोगी को कुछ हो गया तो शव का मोलभाव कर दो से तीन लाख रुपये में मामला सेट कर रफा-दफा कर लेते है। बता दें कि गत 4 अगस्त को भी तरैया के देवरिया रोड स्थित एक निजी क्लिनिक में गर्भाशय की ऑपरेशन में गड़बड़ी के कारण एक महिला की मौत हो गई थी। जिसको भी लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया था। हालांकि रेफरल अस्पताल तरैया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा तरैया में संचालित अवैध नर्सिंग होम और पैथोलॉजी की सूची बनाकर कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन छपरा को भेजी गई है। जिसको लेकर तरैया के नर्सिंग होम संचालकों में हड़कम्प मचा हुआ है। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी सूची के बारे में कई बार चर्चा होते रहा है, लेकिन कार्रवाई कबतक होगी इसकी कोई गारंटी नहीं है। फिलहार अवैध नर्सिंग होम में मौत का सिलसिला जारी है।


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