- एक वर्ष के बच्चों को लेकर 19 साल तक के किशोरों को खिलाई जाएगी दवा
- हर हाल में दवा की आपूर्ति करने का निर्देश
- सरकारी एवं निजी विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर खिलायी जायेगी दवा
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। सितंबर माह में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान का दूसरा चरण चलाया जाएगा। एक वर्ष से 19 साल के बच्चों एवं किशोरों को कृमि से मुक्त करने के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान चलेगा। इस दौरान बच्चों एवं किशोरों को अल्बेंडाजोल दवा की खुराक दी जाएगी। अभियान का पहला चरण फ़रवरी माह में आयोजित किया गया था । चिह्नित बच्चों एवं किशोरों को सरकारी एवं निजी विद्यालयों के साथ आंगनबाड़ी केंद्रों पर विभाग द्वारा दवा खिलाना सुनिश्चित किया जाएगा। राज्य स्वास्थ्य समिति के अनुसार, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के द्वितीय चरण के लिए 32 जिलों के 1 साल से 19 साल तक के लगभग 5 करोड़ 7 लाख 31 हजार 291 बच्चों एवं किशोरों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। राज्य के अररिया, अरवल, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, पूर्वी चंपारण, गया, गोपालगंज, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, कटिहार, किशनगंज, खगडिया, मधेपुरा, मधुबनी, मुंगेर, मुज्जफरपुर, पश्चिमी चंपारण, पटना, पूर्णिया, सहरसा, सारण, शेखपुरा, शिवहर, सीतामढी, सिवान, सुपौल और वैशाली जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के दूसरे चरण का आयोजन होगा।
उल्टी या मिचली महसूस होती है तो घबराने की जरूरत नहीं:
कृमि संक्रमण से बच्चों के स्वास्थ्य पर कई प्रकार के हानिकारक प्रभाव होते हैं। इससे बच्चा कुपोषण, खून की कमी, भूख न लगना, बेचैनी, पेट में सूजन और उल्टी दस्त से परेशान रहता है। ऐसे में अभियान के माध्यम से जिले में कृमि संक्रमण से बचाव के लिए कृमि नियंत्रण की दवाई अल्बेंडाजोल की टैबलेट्स स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से निःशुल्क दी जाएगी। किसी भी तरह की बीमारी होने पर बच्चे को अल्बेंडाजोल टैबलेट्स नहीं खिलानी है। यदि किसी भी तरह उल्टी या मिचली महसूस होती है तो घबराने की जरूरत नहीं। पेट में कीड़े ज्यादा होने पर दवा खाने के बाद सरदर्द, उल्टी, मिचली, थकान होना या चक्कर आना महसूस होना एक सामान्य प्रक्रिया है। दवा खाने के थोड़ी देर बाद सब सही हो जाता है।
ससमय होगी दवाओं की आपूर्ति-
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के द्वितीय चरण के शुरू होने से पहले अल्बेंडाजोल दवा की आपूर्ति ससमय जिला औषधि एवं जिलान्तर्गत स्वास्थ्य केंद्रों के औषधि भंडारण पर सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा जिलों को निर्देश दिया गया है। कार्यक्रम की सफलता के लिए विभाग द्वारा 20 अगस्त तक जिलों में हर हाल में दवा की आपूर्ति करने का निर्देश दिया गया है। जिलों के जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन के अनुमोदन के बाद 31 अगस्त तक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केद्रों और तकनीकी संस्थानों में दवा की आपूर्ति कर दी जाएगी। औषधि का ससमय उठाव एवं बच्चों के बीच शत-प्रतिशत वितरण कराने का दायित्व जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी एवं संबंधित प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया है।


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