राष्ट्रनायक न्यूज।
पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी। वाराणसी मंडल के राजभाषा विभाग के तत्वाधान तथा अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक(इन्फ्रा) ज्ञानेश त्रिपाठी की अध्यक्षता में मंडल कार्यालय के प्रेमचंद सभाकक्ष में मानवीय मूल्यों की क्षमता के विकास पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक प्रीती वर्मा, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक संजीव शर्मा, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (आपरेशन) अनिल श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी आशुतोष शुक्ला,अपर मुख्य चिकत्सा अधीक्षक डा आर आर सिंह, अपर मुख्य चिकत्सा अधीक्षक डा निरज कुमार, अपर मुख्य चिकत्सा अधीक्षक ए के सिंह,मंडल कार्मिक अधिकारी विवेक मिश्रा, सहायक सुरक्षा आयुक्त उग्रसेन सिंह, सहायक कार्मिक अधिकारी अभिनव कुमार सिंह, कोचिंग डिपो अधिकारी बनारस विनीत रंजन,सहयक संरक्षा अधिकारी एवं राजभाषा अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह, शाखाधिकारी एवं भरी संख्या में रेल कर्मचारी उपस्थित थे। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में पधारे भूतपूर्व पुलिस महानिदेशक, राजस्थान आनन्द वर्धन शुक्ला ने अपने 35 वर्षीय सेवाकाल में प्राप्त अनुभवों को साझा किया। उन्होंने मानवीय मूल्यों की क्षमता को बढ़ाने हेतु नेतृत्व क्षमता की पहचान, आत्मप्रेरित होकर कार्य करने, अपने कार्यक्षेत्र में स्वनिर्णय लेने एवं स्वानुशासन के पालन के साथ कार्य करके उच्चतम परिणाम हासिल करने से सम्बंधित विविध उदाहरणों के साथ बेहतर से बेहतर बनने का प्रयास करने पर बल दिया। इस दौरान उन्होंने पुलिस प्रशासन, सांस्कृतिक आयोजन एवं संयुक्त राष्ट्र की सेवाओं के दौरान अर्जित विविध अनुभवों से दैनिक जीवन को प्रभावित करने और मानवता की सेवा की भावना को विकसित करने पर बल दिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि आनन्द वर्धन शुक्ला एवं अतिथियों का स्वागत करते हुए अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक(इन्फ्रा) ज्ञानेश त्रिपाठी ने कहा इस तरह के आयोजन से रेल कर्मचारियों का मनोरंजन के साथ साथ ज्ञानवर्धन भी होता है और वे अपने दैनिक कार्यकलापों से हटकर जीवन की मुख्य धारा से जुड़ते है और इससे उनकी कार्यक्षमता बढ़ती है। उन्होंने राजभाषा अधिकारी एवं उनकी टीम इस संगोष्ठी के आयोजन के लिए बधाई के पात्र हैं। मुझे आशा है की आनन्द वर्धन शुक्ला जी के अनुभवों से हमारे रेल कर्मियों के अन्दर एक नई उर्जा का संचार होगा और वे और भी अधिक कुशलता के साथ अपने कार्य में संलग्न होंगे। संगोष्ठी का संचालन अपर मुख्य चिकत्सा अधीक्षक डा निरज कुमार ने एवं धन्यवाद ज्ञापन राजभाषा अधिकारी एवं सहायक संरक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह ने किया।
More Stories
सारण के 318 पंचायत में 6 लाख की लागत से बनना है पुस्तकालय, मुखिया नहीं ले रहे है रूची, अबतक नहीं खुला एक भी पुस्तकालय
15वीं वित्त आयोग ने 318 ग्राम पंचायतों के 1807 गांव के विकास को ले भेजा 32.28 करोड़, स्वच्छता, पेयजल व गली-नाली के लिए किये जाएंगे खर्च
गांव के विकास को ले 15वीं वित्त आयोग से जिला परिषद व पंचायत समिति को अनटायड व टायड मद में प्राप्त हुआ 16.46 करोड़ राशि