- निजी पम्पिंग सेट से सिंचाई करने में किसानों को हो रही है,आर्थिक क्षति
संजय कुमार सिंह। राष्ट्रनायक न्यूज।
बनियापुर (सारण)। रवि मौसम की प्रमुख फसल गेहूँ की सिंचाई को लेकर किसान फिलवक्त व्यस्त दिख रहे है।हालांकि सितंबर-अक्टूबर महीने में बारिश होने से खेतों में कुछ हद तक नमी होने से किसानों को सिंचाई के दौरान थोड़ी सहूलियत अवश्य हो रही है।बावजूद इसके सरकार प्रायोजित योजनाओ का लाभ किसानों को ससमय नही मिलने से किसान भाई निराश है।कृषि विशेषज्ञो की माने तो गेहूँ के पौधों की 3-4 सिंचाई करने पर ऊपज अच्छी होती है।मगर विभागिये स्तर पर सिंचाई की सुविधा नदारथ होने से प्रखंड के किसान पम्पिंग सेट चलाकर महज एक से दो सिंचाई ही कर पाते है।राजकीय नलकूप बेकार पड़े है।जबकि नहरो में भी पानी नहीं आने से किसानो को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।फिलवक्त किसान गेंहू,आलू और सरसों की प्रथम सिंचाई करने में जुटे हुए है।राजकीय नलकूप और नहर का लाभ नहीं मिलने से एक ओर किसान चिंतित है तो दूसरी ओर पम्पिंग सेट से सिचाई करने में आर्थिक बाधा उत्पन्न हो रही है।इन सब परेशानियो के बिच किसान अपने बल-बुते सिंचाई का कार्य धीरे-धीरे निबटा रहे है।
क्या कहते है किसान:
नलकूप योजना का लाभ नहीं मिल पाने से पटवन के दौरान काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।वही पम्पिंग सेट से सिंचाई करने में काफी आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है।
बाबूलाल राय (किसान)।
बिभागिये स्तर पर चलाई जा रही योजनाओ का लाभ समय पर किसानो को नहीं मिल पाता है।खरीफ़ मौसम में सुखाड़ की वजह से धान और मक्के की फसल खराब होने के बाद भी सरकार द्वारा अबतक कोई सहायता राशि उपलब्ध नही कराई गई है।
दशरथ राय, (किसान)
सरकारी स्तर पर सिंचाई के साधन उपलब्ध नहीं होने से समय पर पटवन नहीं हो पा रही है।जिससे उत्पादन पड़ बुरा असर पड़ता है।पम्पिंग सेट चालक मनमाने तरीके से पम्पसेट चलते है।जिस वजह से किसी-किसी भाग में पटवन नही हो पाता है।वही पंपसेट चालक द्वारा किसानो का आर्थिक दोहन किया जाता है।इस बार 200 रुपये प्रतिघंटे पटवन किया जा रहा है।जिससे गत वर्ष की तुलना में प्रतिघंटे 10-20 रुपये अधिक खर्च करना पड़ रहा है।
मदन सिंह, किसान।
कन्हौली संग्राम स्थित नहर में बिगत एक दशक से पानी नहीं छोड़े जाने से किसानो को नहर का लाभ नहीं मिल पा रहा है।हालाँकि गतवर्ष नहर की सफाई के नाम पर विभाग द्वारा लाखों रुपये खर्च किये गए।मगर नतीजा ढ़ाक के तीन पात निकले।खरीफ और रवि मौसम में भी पानी नहीं आने से किसान मायूस है।
प्रमोद कुमार, वार्ड सदस्य-12 (सरेया पंचायत)।
फोटो(पम्पिंग सेट से गेहुँ की पटवन करने में जुटा किसान, तथा सूखा पड़ा नहर)
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