- क्षेत्र की जनता को नज़दीकी अस्पताल में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध: विधायक
- गर्भवती महिलाओं के लिए अब गांव में ही संस्थागत प्रसव की हुई शुरुआत: सिविल सर्जन
- सकारात्मक परिणाम के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्त्वपूर्ण: एमओआईसी
क्षेत्र की जनता को नज़दीकी अस्पताल में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध: विधायक
पूर्णिया सदर विधायक विजय खेमका ने कहा कि क्षेत्र की जनता को हर तरह की सुख सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से महेन्द्रपुर गांव स्थित एचडब्ल्यूसी में सुरक्षित प्रसव को लेकर इसका शुभारंभ किया गया है। लगभग 20 हजार की आबादी को इस अस्पताल से भरपूर लाभ मिलेगा। क्योंकि इसके पूर्व गर्भवती महिलाओं को प्रसव कराने के लिए जिला अस्पताल या नज़दीक अस्पतालों में जाकर प्रसव कराना पड़ता था लेकिन अब इससे छुटकारा मिल गया है। सरकार द्वारा सभी प्रकार की सुख सुविधाओं को स्वास्थ्य विभाग द्वारा बहाल कर दिया गया है। प्रशिक्षित चिकित्सा पदाधिकारी के अलावा नर्स की प्रतिनियुक्ति कराई जा चुकी है। स्थानीय प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में शल्य चिकित्सा सहित उचित परामर्श, उपचार एवं विभिन्न प्रकार की जांच के साथ दवाओं का वितरण प्राथमिक तौर पर सुनिश्चित किया जाता है।
गर्भवती महिलाओं की सुविधा के लिए अब गांव में ही संस्थागत प्रसव की हुई शुरुआत: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि पूर्णिया पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले महेन्द्रपुर गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में आसपास की गर्भवती महिलाओं को गांव में ही शत प्रतिशत संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित करने के लिए प्रसव की शुरूआत की गई है। सिविल सर्जन ने कहा कि स्थानीय अस्पताल में संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को लेकर प्रथम तिमाही के दौरान गर्भवती महिलाओं की पहचान के अलावा गर्भवती महिलाओं की चौथी प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) कराना सबसे अहम मुद्दा होता है। क्योंकि जब तक सभी चारों एएनसी जांच पूरी नहीं होगी तब तक संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित कराने की बात बेमानी होती है।
सकारात्मक परिणाम के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्त्वपूर्ण: एमओआईसी
पूर्णिया पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरद कुमार ने संस्थागत प्रसव की सेवा बहाल होने के बाद बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के अंतर्गत परमानंदपुर, विक्रमपुर, गौरा, अंदेली, भटगावां, महेन्द्रपुर गांव सहित आसपास के इलाकों की गर्भवती महिलाओं को प्रसव पीड़ा से जल्द ही छुटकारा मिलना शुरू हो गया है। क्योंकि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से आशा कार्यकर्ताओं एवं एएनएम के साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं द्वारा गर्भवती महिलाओं को उचित परामर्श लगातार दिया जाता है। बता दें स्थानीय क्षेत्रों में इनलोगों की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण होती है।


More Stories
डीएम ने गणना फॉर्म के बीएलओ ऐप पर अपलोडिंग को लाइव देखा
आयुष्मान भारत योजना के राज्यस्तरीय रैंकिंग में सारण को मिला पहला स्थान
विधानसभा चुनाव: इवीएम का एफएलसी कार्य हुआ प्रारम्भ, चुनाव आयोग के एसओपी का सख्ती से करें अनुपालन: डीएम