- 15वीं वित्त आयोग के अनटाइट मद से सभी ग्राम पंचायत में बनेगा पंचायत ज्ञान केंद्र
अरूण विद्रोही की खबर
छपरा(सारण)। जिले के 318 पंचायत में पुस्तकालय-सह- पंचायत ज्ञान केंद्र की स्थापना की जाएगी। इसको लेकर पंचायती राज विभाग के अपर सचिव कल्पना कुमारी ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी को पत्र भेजकर सभी पंचायत में पुस्तकालय बनाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। इसको लेकर पंचायती राज विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। लेकिन इनके कवायद पर पंचायत के मुखिया ने विराम लगा दिया है। विभागीय निर्देश के बावजूद जिले में अभी तक एक भी पुस्तकालय स्थापित नहीं किया गया। जिससे जनप्रतिनिधियों यानी मुखिया एवं विभागीय पदाधिकारी के बीच समन्वय नहीं होने का मुख्य वजह सामने आ रहा है। यहां तक की विभागीय पदाधिकारी के निर्देश के बावजूद भी मुखिया पंचायत में पुस्तकालय स्थापित नहीं कर रहे हैं। जिसे आम लोगों को समझने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत में अवस्थित सामुदायिक भवन, पंचायत भवन या अन्य सरकारी भवन में पुस्तकालय का निर्माण किया जाएगा। इन भवनों में चार से छह लाख तक की लागत से पुस्तक एवं फर्नीचर की खरीदारी की जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर पुस्तक की खरीद के लिए राशि को बढ़ाया भी जा सकता है। जानकारों की माने तो पंचायती राज विभाग के अवर सचिव ने कहा है कि संविधान की 11वीं अनुसूची में निहित 29 विषय के अन्तर्गत ग्राम पंचायतों में पुस्तकालय का विकास एवं संवर्द्धन किया जाना है। बिहार पंचायत राज अधिनियम, 2006 की धारा-22 के खंड (xv) में ग्राम पंचायत को ग्रामीण पुस्तकालय एवं वाचनालय संचालित करने का दायित्व दिया गया है। जिसके लिए 15वें वित्त आयोग से ग्राम पंचायत भवनों / सामुदायिक भवनों में पुस्तकालय का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त षष्ठम् राज्य वित्त आयोग की अनुशंसा के आलोक में ग्राम पंचायतों द्वारा सामान्य निधि से सार्वजनिक पुस्तकालय के लिए अनटायड निधि का व्यय किया जा सकता है।
पंचायत के पुस्तकालय में प्रतिदिन दो अखबार, पत्रिका व प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए होगा किताब
ग्राम पंचायतों द्वारा दो अखबार, महिला सशक्तीकरण, बाल विकास एवं ग्रामीण विकास से संबंधित मासिक पत्रिका तथा पुस्तकालय के लिए उपयुक्त एवं उपयोगी पत्र-पत्रिकाओं आदि पर प्रति वर्ष 5 हजार रूपये तक एक वर्ष में व्यय किया जा सकता है। पुस्तकालय में विभाग द्वारा अनुशंसित पुस्तकों की प्रारंभिक सांकेतिक सूची से 50% वैसी पुस्तकों का क्रय किया जाएगा, जो बिहार के प्रसिद्ध लेखकों द्वारा लिखित हों एवं क्रय के लिए 40% पुस्तकें देश के अन्य प्रसिद्ध लेखकों की हों। शेष 10% अन्य भाषाओं के लेखकों द्वारा लिखित पुस्तकों/अनुदित पुस्तकों का क्रय किया जा सकता है। साथ हीं विज्ञान, समाजिक विज्ञान, सामान्य ज्ञान एवं प्रतियोगिता परीक्षा से संबंधित पुस्तकों को रखा जाएगा।
पंचायत की पुस्तकालय में लगेगा फ्री टेलीविजन
जिले के ग्राम पंचायत में ज्ञान एवं सूचना को प्रभावशाली बनाने के उद्देश्य से फ्री टेलीविजन स्थापित किया जाएगा।जो पंचायत ज्ञान केन्द्र / पंचायत पुस्तकालयों को सम्पूर्णता प्रदान करेगा। पंचायत सरकार भवन के सभागार एवं पंचायत पुस्तकालयों में ‘फ्री डिश कनेक्शन’ के साथ टेलीविजन अधिष्ठापित किये जाने के लिए आवश्यक निर्देश दिया गया है। टेलीविजन एवं इसके रख-रखाव पर होने वाले व्यय अनटाइट मदो से किये जाऐंगे। कहा गया है कि टेलीविजन का क्रय जेम पोर्टल के माध्यम से किया जायगा एवं इस पर न्यूनतम 2 वर्षों की गारंटी ली जायगी।
पुस्तकालय में इन प्रकाशन के होंगे किताब
पंचायती राज विभाग के निदेशक ने चिन्हित पब्लिकेशन के किताबों को क्रय करन का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि पंचायत पुस्तकालयों में एनसीईआरटी, भारती भवन, एस चंद पब्लिकेशन, राजकमल पब्लिकेशन, बीएस पब्लिकेशन, अड्डा 247, साहित्य प्रकाशन, प्रभात प्रकाशन, चिल्ड्रन बुक टेंपल, एनबीटी आदी प्रकाशन की किताब व पत्रिका रखें जाएंगे।
पुस्तकालय निर्माण के लिए ई ग्राम स्वराज पर खुला है सप्लीमेंट्री प्लान
जिले के 318 पंचायत में पुस्तकालय के निर्माण की योजना ऑनलाइन प्रविष्टि के लिए ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर सप्लीमेंट्री प्लान इंट्री के लिए खोल दिया गया है। ताकि 15वीं वित्त आयोग से पुस्तकालय की योजना लेकर ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर ऑनलाइन प्रविष्टि के उपरांत यथाशीघ्र पुस्तकालय की स्थापना की जा सके एवं उस पर राशि व्यय किया जा सके। लेकिन आश्चर्य की बात है कि जिले में पुस्तकालय निर्माण के लिए सप्लीमेंट्री प्लान ऑनलाइन प्रविष्टि नहीं की गई है।
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