छपरा(सारण)। अवर प्रादेशिक नियोजनालय, छपरा के परिसर में शुक्रवार से दो दिवसीय अंग्रेज़ी संप्रेषण कौशल कार्यशाला का आरंभ हुआ। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं एवं नौकरी चाहने वालों को अंग्रेज़ी भाषा में संप्रेषण के व्यावहारिक कौशल प्रदान करना है, जिससे वे पेशेवर एवं सामाजिक जीवन में आत्मविश्वास के साथ संवाद कर सकें। कार्यशाला का उद्घाटन अश्वजीत पराशर, उप निदेशक (नियोजन), सारण प्रमंडल द्वारा किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के युग में संप्रेषण एक अनिवार्य कौशल बन चुका है, जो न केवल रोजगार प्राप्त करने में बल्कि व्यक्तित्व निर्माण में भी सहायक होता है। उन्होंने उपस्थित युवाओं से इस अवसर का भरपूर लाभ उठाने का आह्वान किया। भरत जी राम, सहायक निदेशक (नियोजन), सारण प्रमंडल ने प्रतिभागियों को न केवल भाषा की बारीकियों से परिचित कराया, बल्कि उन्हें प्रेरणा भी दी कि वे अपने जीवन के लक्ष्यों को लेकर गंभीर हों। उन्होंने कहा, “अगर सफलता चाहिए तो सफलता की तारीख आज ही तय करनी होगी।” उनकी यह बात युवाओं के बीच एक प्रेरणास्रोत बन गई और कार्यशाला के वातावरण में ऊर्जा का संचार हुआ। उन्होंने अंग्रेज़ी शब्दावली, व्याकरण, वाक्य संरचना जैसे बुनियादी पक्षों पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए अभ्यास आधारित प्रशिक्षण भी दिया। पिंकी भारती, नियोजन पदाधिकारी, सारण ने भी कार्यशाला में सक्रिय भागीदारी निभाई। उन्होंने प्रतिभागियों से संवाद करते हुए यह बताया कि अंग्रेज़ी भाषा केवल एक माध्यम नहीं, बल्कि अवसरों का प्रवेश द्वार है। उन्होंने रोज़मर्रा के उदाहरणों के माध्यम से यह समझाया कि किस प्रकार भाषा का प्रभाव हमारे आत्मविश्वास और प्रस्तुतीकरण पर पड़ता है। विकास कुमार, बीपीएससी शिक्षक, ने भी कार्यशाला में अपने अनुभव साझा किए और प्रतिभागियों को सटीक अभिव्यक्ति, बोलने के अभ्यास, एवं सार्वजनिक बोलचाल में सुधार के उपाय बताए। उन्होंने आत्मविश्वास से बोलने की तकनीकों पर विशेष बल दिया और बताया कि किस प्रकार सही शारीरिक भाषा और स्पष्ट उच्चारण एक उम्मीदवार की प्रस्तुति को प्रभावशाली बना सकते हैं। उनके सत्र को प्रतिभागियों ने अत्यंत उपयोगी और प्रेरक बताया। कार्यशाला के पहले दिन का मुख्य विषय था — “औपचारिक रूप से स्वयं का परिचय देना।” प्रतिभागियों को यह सिखाया गया कि वे कैसे अपने बारे में संक्षेप में, सुस्पष्ट और आत्मविश्वास के साथ जानकारी प्रस्तुत कर सकते हैं। इसके साथ ही भूमिकाओं की अदला-बदली (रोल प्ले), समूह गतिविधियाँ और शब्दावली अभ्यास आयोजित किए गए, जिससे प्रतिभागियों को मंच पर बोलने और वास्तविक जीवन की स्थितियों का अभ्यास करने का अवसर मिला। श्री क़ुदरतुल्लाह फ़राज़, प्रशिक्षु नियोजन पदाधिकारी, कार्यशाला की समन्वय प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल रहे और उन्होंने प्रतिभागियों के साथ संवाद कर वातावरण को सहज और सीखने योग्य बनाए रखा। कार्यशाला का दूसरा और अंतिम दिन कल, 26 जुलाई 2025 को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इसमें साक्षात्कार कौशल, समूह चर्चा की तकनीकें, कॉर्पोरेट संवाद की शिष्टाचार शैली, तथा औपचारिक पत्र एवं ईमेल लेखन पर केंद्रित सत्र होंगे। श्री भरत भूषण, जिला कौशल प्रबंधक, के सतत सहयोग की सराहना की गई। साथ ही अवर प्रादेशिक नियोजनालय, छपरा के समस्त अधिकारियों एवं कर्मियों के सामूहिक प्रयासों को भी सराहा गया, जिनकी लगन और प्रतिबद्धता के कारण यह कार्यशाला सफलतापूर्वक आयोजित हो सकी।


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