बाढ़ प्रभावित तीस हजार परिवारों के बैंक खातों में डाली गयी 18 करोड़ की राशि- जिलाधिकारी
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सााण)। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा बताया गया है कि सारण जिला के विभिन्न प्रखंडों में बाढ़ से प्रभावित परिवारों को छः हजार रूपया प्रति परिवार की दर से देय अनुग्रहिक राशि (जीआर) उनके खातों में डालने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। विभिन्न अंचलों से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया है कि अभी तक 30 हजार बाढ़ प्रवावित परिवारों को उनके खाते में 18 करोड़ की राशि डाल दी गयी है।
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जिलाधिकारी के द्वारा बाढ़ प्रभावित अंचलों के अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि मसरख, मढ़ौरा, इसुआपुर, मकेर एवं परसा अंचलों में जहाॅं पहले से परिवारों का डाटा कलेशक्न कम है वहाॅं तेजी से डाटा प्राप्त कर पीएफएमएस में पुश किया जाय तथा बाढ़ पीड़ित परिवारों के खाते में जीआर की राशि डाली जाय। ध्यान रहे कोई भी बाढ़ पीड़ित परिवार छुटना नहीं चाहिए। पूरे जिले के 8 प्रखण्ड में लगभग एक लाख प्रभावित परिवारों को जीआर की राशि उनके बैंक खाते में डाली जाएगी।
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक बाढ़ प्रभावितों से लगातार संपर्क बनाये हुए हैं। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के द्वारा आज परसा और मकेर अंचल के लोगों से मिलकर बाढ़ राहत संबंधी जानकारी प्राप्त की गयी और विभिन्न स्थानों पर सामुदायिक रसोई का निरीक्षण भी किया गया। जिलाधिकारी के द्वारा परसा के सगुनी पंचायत और श्रीराम टोला में चल रहे कैम्प का निरीक्षण भी किया गया।
जिलाधिकारी के द्वारा अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि पंचायत वार संचिका संधारित करें तथा पंचायत अनुश्रवण समिति के सदस्यों से सभी जरूरी कागजातों पर हस्ताक्षर प्राप्त करें। जिलाधिकारी को बताया गया कि मकेर में पानी अब तेजी से घट रहा है। जिलाधिकारी ने स्वयं मकेर स्थित उच्च पथ का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी के द्वारा बाढ़ प्रभावित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को निर्देश दिया गया कि पानी के हटते हीं ब्लीचिंग पाउडर एवं चूना का छिड़काव कराना सुनिश्चित करायेंगें। इसके लिए वार्ड स्तरीय टीम बनाकर सरकारी कर्मी की प्रतिनियुक्ति की जाय। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं प्रखंडों के वरीय पदाधिकारी इस कार्य का अनुश्रवण करेंगें तथा प्रतिदिन आपदा प्रबंधन शाखा को प्रतिवेदन उपलब्ध करायेंगें। जिलाधिकारी के द्वारा कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया गया कि पानी के हटने के साथ ही प्रभावित पंचायतों में लोगों को शुद्ध पेय-जल मुहैया करायें। इसके लिए खराब हुए चापाकलों की शीघ्र मरम्मति करायेंगें।


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