राष्ट्रनायक न्यूज

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हमारे बुजुर्गों ने हर अच्छे और बुरे वक्त में साथ दिया, अब आपकी है बारी

हमारे बुजुर्गों ने हर अच्छे और बुरे वक्त में साथ दिया, अब आपकी है बारी

  • कोरोना काल में बुजुर्गों का सहयोग करें
  • नियमित रूप से उनके स्वास्थ्य की निगरानी करें
  • स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय ने पोस्टर के माध्यम से किया जागरूक

 

राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।

छपरा (सारण)। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के प्रसार में भले हीं कमी आ रही हो लेकिन सावधानी अभी भी बहुत जरूरी है। पहले के तुलना में संक्रमित होने वालों की संख्या में कमी आयी है। इसके साथ हीं स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। लेकिन इन सबके बावजूद बुजुर्गों की विशेष देखभाल की आवश्यकता है। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पोस्टर के माध्यम स बुजुर्गों को विशेष देखभाल करने की जानकारी दी है। जिसमें कहा गया है कि हमारे बुजुर्गों ने हर अच्छे और बुरे वक्त में साथ दिया है। अब हमारा फर्ज है उनका साथ देना। उनका विशेष रूप से ख्याल रखना। कोरोना काल में बुजुर्गों का सहयोग करें और नियमित रूप से उनके स्वास्थ्य की निगरानी करें। ऐसे में उन्हें घर से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए, लेकिन इसका यह मतलब कतई नहीं कि उन्हें कमरे में कैद कर दिया जाए। घर के हर सदस्य का फर्ज बनता है कि इस विषम परिस्थिति के समय वह घर के बुजुर्ग सदस्यों से पूरी तरह प्यार से पेश आयें और उन्हें उस तरह का माहौल प्रदान करें ताकि उनको घर से बाहर निकलने की जरूरत ही न महसूस हो।

बुजुर्गों को एकाकीपन न महसूस हो:

सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि बुजुर्गों को एकाकीपन न महसूस हो, इसके लिए जरूरी है कि परिवार के अन्य सदस्य साफ़-सफाई का पूरा ध्यान रखते हुए उनको पर्याप्त समय दें। उनके लिए ऐसे कमरे का चयन करें जो की हवादार और खुला हुआ हो। उनके घर की बालकनी व बरामदे में टहलने की कोई पाबंदी न हो। मनोरंजन के लिए उनको टीवी पर उनके मनपसंद का सीरियल आदि देखने से न रोकें। पूजा-पाठ करते हों तो उन्हें उसको जारी रखने दें। व्यायाम करना भी ऐसे वक्त में जरूरी है. इसके लिए पार्क की जगह बरामदे और बालकनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसे माहौल में यह भी जरुरी है कि बुजुर्गों के साथ प्यार से बात की जाए ताकि उन्हें संक्रमित होने के ख़तरे का आभास भी कम हो।

रोग प्रतिरोक्षक क्षमता को रखें बरकरार:

सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि ऐसे समय में बुजुर्गों के खानपान पर भी पूरी तरह से ध्यान दिया जाए ताकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता बरकरार रहे। उनको ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ सेवन करने को दिए जाएं, जैसे- गुनगुना पानी, जूस, नीबू रस गुनगुने पानी के साथ, तुलसी-अदरक वाली चाय आदि । उनके भोजन में दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां और दाल की भरपूर मात्रा होनी चाहिए. मौसमी और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले फल जरूर लें। इसके आलावा जो लोग मांसाहारी हैं वह अच्छे से पके हुए चिकन-मटन व अच्छी तरह से उबाले गए अंडे का ही सेवन करें। कोरोना से बचने का सही तरीका ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतना ही है, ताकि वायरस को पूरी तरह से ख़त्म किया जा सके।

कोरोना से बचाव के लिए सावधानियां:

  • हाथों को बार-बार साबुन-पानी से अच्छी तरह से धोएं
  •  हाथों से मुंह-आँख व नाक को अनावश्यक न छुएँ
  •  छूने के बाद हाथों को धोएं
  • घर के बार-बार इस्तेमाल होने वाले स्थानों की सफाई पर खास ध्यान दें और बाहरी लोगों के संपर्क में आने से बचें।

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