तरैया में कम्प्यूटर इंस्टिट्यूट पर रेलवे टिकट के विवाद में मारपीट, प्राथमिकी दर्ज
- दोनों पक्षों से सात लोगों को बनाया गया नामजद अभियुक्त
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
तरैया (सारण)। थाना क्षेत्र के तरैया बाजार स्थित एक कम्प्यूटर इंस्टिट्यूट पर रेलवे टिकट के विवाद में हुई मारपीट की घटना में तरैया थाने में दोनों पक्षों से अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराते हुए सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। प्रथम पक्ष के कम्प्यूटर इंस्टिट्यूट के संचालक पंचभिण्डा गांव निवासी मनीष कुमार यादव द्वारा ने खराटी गांव निवासी राजा परवेज, तरैया निवासी राजा बाबू, शाहनेवाजपुर निवासी समीर आलम को नामजद करते हुए एक प्राथमिकी दर्ज कराई हैं। जिसमें कहा गया है कि अपने कंप्यूटर इंस्टिट्यूट में स्कूल का काम कर रहा था तभी छह-सात लोग आये और लात-घुसा से मारते हुए गर्दन पर चाकू भीराकर बोलें कि तुम्हारे पास जो भी नगदी है उसे निकालों। इसी क्रम में राजा परवेज ने गर्दन से सोने का चेन छीन लिया। जब मैं चिल्लाया तो आवाज सुनकर बगल के दुकान से धर्मेंद्र कुमार सिंह दौड़ते हुए आए और मुझे बचाने की कोशिश किये। इतने में राजा बाबू के तीनो भाई धर्मेंद्र सिंह पर चाकू से वार उन्हें जख्मी कर दिया। उसी क्रम में राजा परवेज ने उनके गले से सोने का चेन छीन लिया। इसी बीच अन्य लोग बचाने के लिए आये। तब तक समीर आलम ने सनी कुमार सिंह पर चाकू से वार कर दिया। इसी बीच सनी कुमार के पॉकेट से 17 हजार रुपये वे लोग निकाल लिये। चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े। तब तक वे सभी लोग चाकू लहराते हुए बाजार के तरफ भाग निकलें। वही द्वितीय पक्ष के खराटी गांव निवासी राजा परवेज द्वारा मनीष कुमार यादव, मनोहर कुमार यादव, सोनू कुमार, धमेंद्र कुमार को नामजद करते हुए दर्ज कराई गई प्राथमिकी में कहा गया है कि मैं एवं मेरा साथी रामबाबू व समीर आलम हम तीनों व्यक्ति अल्फावेट इंस्टिट्यूट के मालिक मनीष कुमार यादव के तरैया स्थित दुकान पर गए और छपरा से अमृतसर के लिए रिजर्वेशन रेल टिकट मांगें। जिस पर उन्होंने 48 सौ रुपये लेकर रेल का टिकट दिया। उक्त टिकट पर हमलोग अमृतसर जाने के लिए ट्रेन पर सवार हो गये। कुछ ही देर बाद टी.टी आया और टिकट जांच करने लगा। जिसमें हम तीनों व्यक्तियों का टिकट जाली बताते हुए हमलोगों को पकड़ लिया और फाइन किया। हमलोग किसी तरह फाइन जमा कर अपने घर आये। उसी समय उपरोक्त दुकान पर गए और बोले कि आप जो टिकट दिए वह जाली है। हमारा रुपये वापस कीजिये। तब मनीष कुमार यादव बोले की कल आइए हम पैसा दे देंगें। दूसरे दिन जब हमलोग रुपये के लिए उनके पास गए तो रुपये देने से इंकार कर दिए और गाली गलौज करने लगें। इसी पर विरोध करने पर जान मारने की नियत से लोहे के रड से मार बुरी तरह जख्मी कर दिये। मेरे अन्य दोनों साथी को भी थप्पड़ व डंडा से मरने लगें। मारपीट के क्रम में गले से सोने का चेन, मोबाइल व साइकिल छीन लिये। हल्ला-गुल्ला सुनकर आसपास के लोग जान बचाये। घायल अवस्था में मशरक पीएससी में इलाज कराया गया। पुलिस दोनों पक्षों से प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
तरैया (सारण)। थाना क्षेत्र के तरैया बाजार स्थित एक कम्प्यूटर इंस्टिट्यूट पर रेलवे टिकट के विवाद में हुई मारपीट की घटना में तरैया थाने में दोनों पक्षों से अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराते हुए सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। प्रथम पक्ष के कम्प्यूटर इंस्टिट्यूट के संचालक पंचभिण्डा गांव निवासी मनीष कुमार यादव द्वारा ने खराटी गांव निवासी राजा परवेज, तरैया निवासी राजा बाबू, शाहनेवाजपुर निवासी समीर आलम को नामजद करते हुए एक प्राथमिकी दर्ज कराई हैं। जिसमें कहा गया है कि अपने कंप्यूटर इंस्टिट्यूट में स्कूल का काम कर रहा था तभी छह-सात लोग आये और लात-घुसा से मारते हुए गर्दन पर चाकू भीराकर बोलें कि तुम्हारे पास जो भी नगदी है उसे निकालों। इसी क्रम में राजा परवेज ने गर्दन से सोने का चेन छीन लिया। जब मैं चिल्लाया तो आवाज सुनकर बगल के दुकान से धर्मेंद्र कुमार सिंह दौड़ते हुए आए और मुझे बचाने की कोशिश किये। इतने में राजा बाबू के तीनो भाई धर्मेंद्र सिंह पर चाकू से वार उन्हें जख्मी कर दिया। उसी क्रम में राजा परवेज ने उनके गले से सोने का चेन छीन लिया। इसी बीच अन्य लोग बचाने के लिए आये। तब तक समीर आलम ने सनी कुमार सिंह पर चाकू से वार कर दिया। इसी बीच सनी कुमार के पॉकेट से 17 हजार रुपये वे लोग निकाल लिये। चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े। तब तक वे सभी लोग चाकू लहराते हुए बाजार के तरफ भाग निकलें। वही द्वितीय पक्ष के खराटी गांव निवासी राजा परवेज द्वारा मनीष कुमार यादव, मनोहर कुमार यादव, सोनू कुमार, धमेंद्र कुमार को नामजद करते हुए दर्ज कराई गई प्राथमिकी में कहा गया है कि मैं एवं मेरा साथी रामबाबू व समीर आलम हम तीनों व्यक्ति अल्फावेट इंस्टिट्यूट के मालिक मनीष कुमार यादव के तरैया स्थित दुकान पर गए और छपरा से अमृतसर के लिए रिजर्वेशन रेल टिकट मांगें। जिस पर उन्होंने 48 सौ रुपये लेकर रेल का टिकट दिया। उक्त टिकट पर हमलोग अमृतसर जाने के लिए ट्रेन पर सवार हो गये। कुछ ही देर बाद टी.टी आया और टिकट जांच करने लगा। जिसमें हम तीनों व्यक्तियों का टिकट जाली बताते हुए हमलोगों को पकड़ लिया और फाइन किया। हमलोग किसी तरह फाइन जमा कर अपने घर आये। उसी समय उपरोक्त दुकान पर गए और बोले कि आप जो टिकट दिए वह जाली है। हमारा रुपये वापस कीजिये। तब मनीष कुमार यादव बोले की कल आइए हम पैसा दे देंगें। दूसरे दिन जब हमलोग रुपये के लिए उनके पास गए तो रुपये देने से इंकार कर दिए और गाली गलौज करने लगें। इसी पर विरोध करने पर जान मारने की नियत से लोहे के रड से मार बुरी तरह जख्मी कर दिये। मेरे अन्य दोनों साथी को भी थप्पड़ व डंडा से मरने लगें। मारपीट के क्रम में गले से सोने का चेन, मोबाइल व साइकिल छीन लिये। हल्ला-गुल्ला सुनकर आसपास के लोग जान बचाये। घायल अवस्था में मशरक पीएससी में इलाज कराया गया। पुलिस दोनों पक्षों से प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
More Stories
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर परिवार नियोजन कार्यक्रम को सुदृढ़ीकरण को लेकर सीएचओ को दिया गया प्रशिक्षण
आपसी रंजिश में मुखिया के बेटे और भाई को लगी गोली, घायल, गंभीरावस्था में परिजनों ने सदर अस्पताल में कराया भर्ती
नगरा में छात्र का गला दबाकर हत्या, खेत में मिला शव