वर्षों से बंद पड़े सरकारी स्टेट बोरिंग को मांझी पूर्वी पंचायत के मुखिया के अथक प्रयास से दुबारा चालू कराने को ले विभागीय पहल शुरू
संजीव कुमार शर्मा की रिर्पोट। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
पानापुर (सारण)। मांझी पूर्वी पंचायत में 1990 से बंद पड़े सरकारी स्टेट बोरिंग को मुखिया नवरत्न प्रसाद उर्फ संतोष पहलवान के अथक प्रयास से सोमवार से पुनः चालू करने की विभागीय पहल शुरू की गई। उम्मीद है कि दो दिन बाद से इस बोरिंग से किसान अपने खेतों की सिंचाई का लाभ उठाने लगेंगे। बोरिंग चालू होने के बाद किसानों की सैकड़ों एकड़ भूमि की सुगमता से सस्ती सिंचाई हो सकेगी। मुखिया ने बताया कि वैसे किसान जो प्राइवेट बोरिंग से किराये पर महंगे पानी लेकर अपने फसलों की सिंचाई करने में असमर्थ थे। उन्हें काफी सुविधा होगी। फिलहाल किसानों ने रवि फसल की बुआई शुरू कर दी है। जिसकी सिंचाई की आवश्यकता होगी। विभाग द्वारा स्टेट बोरिंग चालू किये जाने के प्रयास से किसानों के बीच खुशी की लहर देखी जा रही है। बता दें कि करीब 31 वर्ष पहले उक्त बोरिंग से किसान अपने खेतों की सिंचाई करते थे। जिसको संचालित करने के लिए सरकारी ऑपरेटर की भी नियुक्ति हुई थी। जो समय-समय पर इस बोरिंग को चलाता था। बाद में तकनीकी गड़बड़ी और बिजली की नियमित अनुपलब्धता के कारण स्टेट बोरिंग से सिंचाई का कार्य पूरी तरह ठप हो गया। जिसके बाद से किसानों को इसके चालू होने का इंतजार था।
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