केंद्रीय टीम ने आयुष्मान भारत योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर लिया जायजा
- सरकारी व निजी अस्पतालों उपलब्ध सेवाओं के बारे में ली जानकारी
- टीम ने मरीजों से लिया फीडबैक, सुझाव के आधार होगा सुधार
- आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रूपये तक का मुफ्त इलाज
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिसके तहत बीपीएल परिवार के लोगों को सरकारी व निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मुहैया कराकर आयुष्मान बनाने की सफल प्रयास किया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर केंद्रीय टीम ने जिले के सदर अस्पताल समेत निजी अस्पतालों का जायजा लिया। इस दौरान टीम के सदस्यों ने अस्पतालों में उपलब्ध सेवाओं के बारे में जानकारी ली। टीम के सदस्यों चिकित्सकों व कर्मियों से भी इलाज के बारे में पूछताछ किया तथा यह जानने प्रयास किया गया कि इलाज में किसी तरह की समस्या आ रही है। योजना में कहा पर सुधार की आवश्यकता है। चिकित्सकों से मिली जनकारी के आधार रिपोर्ट तैयार की जाएगी तथा सुझावों पर अमल किया जायेगा। केंद्रीय टीम में कन्सलटेंट डॉ यशवंत, नेशनल हेल्थ एजेंसी दिल्ली के कन्सलटेंट आशुतोष कुमार, एसपीओ डॉ. सुरेंद्र कुमार, बीएसएसएस पटना के फाइनेंस मैनेजर सिकंदर कुशवाहा शामिल थे। टीम ने अस्पतालों के दौरा करने के बाद जिला स्वास्थ्य समिति में बैठक कर सिविल सर्जन व डीपीएम से जानकारी ली। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा, डीपीएम अरविन्द कुमार, आयुष्मान भारत के प्रमंडलीय समन्वयक संजय कुमार यादव समेत अन्य मौजूद थे।
मरीजों से लिया फीडबैक:
जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाजरत मरीजों से भी केंद्रीय टीम के सदस्यों ने फीडबैक लिया। मरीजों को मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में पूछताछ की। मरीजों से सेवाओं में बदलाव के लिए भी सुझाव लिये गये। मरीजों से अस्पतालों में मिल रही सेवाओं से संतुष्टी जातायी। केंद्रीय टीम के के सदस्यों ने बताया कि मरीजों से मिले सुझावों के आधार पर बदलाव किया जायेगा।
आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रूपये तक का मुफ्त इलाज:
वर्ष 2011 के सामाजिक-आर्थिक एवं जातिगत जनगणना में चिन्हित गरीब परिवारों को इस योजना का पात्र बनाया गया है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थी परिवार पैनल में शामिल सरकारी या निजी अस्पतालों में प्रति वर्ष 5 लाख रूपये तक कैशलेस ईलाज करा सकते हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए उम्र की बाध्यता एवं परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश नहीं है। योजना को संचालित करने वाली नेशनल हेल्थ एजेंसी ने एक वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इसके जरिये लाभार्थी यह जान सकते हैं कि उनका नाम लिस्ट में शामिल है या नहीं. लिस्ट में नाम जांचने के लिए mera.pmjay.gov.in वेबसाइट देख सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल कर जानकारी ली जा सकती है.आयुष्मान भारत योजना में 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार प्रदान करती है।
आयुष्मान भारत के तहत कई रोगों मुफ्त में इलाज :
आयुष्मान भारत योजना के तहत हड्डी, ऑर्थो, बर्न, नसबंदी, प्रसव, नवजात शिशु, इमरजेंसी रूम पैकेज, जानवर के काटने पर इलाज, शरीर के अंग के टूटने पर प्लास्टर, फूडप्वाइजनिंग, हाई फीवर का इस टीनएज, नवजात शिशु, जनरल सर्जरी, जनरल मेडिसिन आदि के मुफ़्त ईलाज का प्रावधान है।


More Stories
सारण के सांसद रूडी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की हुई बैठक, विकास योजनाओं पर हुई चर्चा
कार्यपालक सहायकों ने स्थायीकरण की मांग को ले दी चरणबद्ध आंदोलन व अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
चुनाव आयोग की मनमानी और अलोकतांत्रिक कार्रवाई के विरुद्ध सी पी आई(एम) ने निकाला प्रतिरोध मार्च, डीएम को ज्ञापन सौंपा