किसानों को दी गई उर्वरक खेती के इस्तेमाल की जानकारी
सारण/तरैया। प्रखंड के नारायणपुर पंचायत के रामपुर महेश गांव स्थित देवी स्थान पर शनिवार को केंद्र प्रायोजित मृदा स्वास्थ्य कार्ड आधारित प्रत्यक्षण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें वित्तीय वर्ष 2020-21 के प्रशिक्षण के दौरान कृषि समन्वयक सुनील कुमार द्विवेदी ने मिट्टी का विश्लेषण कर प्राप्त फलाफल के आधार पर उर्वरक के व्यवहार एवं मृदा जांच के लिए मिट्टी एकत्रित करने का तरीका बताया। उन्होंने कहा कि फसलवार अनुशंसा के अनुरूप ही उर्वरकों की व्यवस्था कर खेती का कार्य करना चाहिए। किसानों को बताया कि उर्वरक का अत्यधिक उपयोग, मिट्टी के स्वास्थ्य एवं पौधों के विकास के लिए हानिकारक हो सकता है। कृषि पदाधिकारी शिवशंकर ठाकुर ने किसानों को यूरिया, डीएपी, फॉस्फेट का उपयोग कितना करना चाहिए, विस्तार पूर्वक समझाया तथा उसके फायदे एवं नुकसान के बारे में बताया। आगे उन्होंने कहा कि धरती को माता का दर्जा दिया जाता है एवं हम अत्यधिक खाद का उपयोग कर माता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मृदा जांच, बर्मी कम्पोस्ट, धान में हो रहे रोग के निराकरण पर फोकस किया गया तथा बर्मी कम्पोस्ट के उपयोग ज्यादा से ज्यादा करने के लिए किसानों को प्रेरित किया गया। मौके पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी शिवशंकर ठाकुर, कृषि समन्वयक सुनील कुमार द्विवेदी, किसान सलाहकार जितेंद्र कुमार, बीडीसी सदस्य नागेंद्र प्रसाद, उप मुखिया अमित कुमार सिंह, उप सरपंच संजय प्रियदर्शी, बिहारी सिंह, राकेश पांडेय, राजेश्वर प्रसाद, कृष्णा कुमार, शिला देवी, गुड़िया देवी, समेत दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।
More Stories
पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री का छपरा में चुनावी दौरा व जनसंपर्क
टीबी के अभिशाप को मिटाने के लिए पंचायतों को लिया जायेगा गोद
छठ महा पर्व के अवसर पर हुआ कम्बल वितरण