सारण जिले में 80000 से अधिक है मैट्रिक के परीक्षार्थियों की संख्या
- करीब-करीब आधार से थोड़े ही कम है छात्राओं की संख्या
संजय पाण्डेय की रिर्पोट। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मैट्रिक की 2021 की परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक आयोजित की जाएगी। सारण जिले में इसकी तैयारी शिक्षा विभाग में युद्ध स्तर पर चल रही है। इस वर्ष मैट्रिक में 83 हजार से थोड़ा सा अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे। जिसके लिए 76 परीक्षा केंद्र बनाया गया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा प्राप्त निर्देशानुसार कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए परीक्षा आयोजित की जानी है। बोर्ड ने स्पष्ट रूप से निर्देश दे रखा है कि किसी भी परिस्थिति में एक बेंच पर दो से अधिक परीक्षार्थियों को नहीं बैठाया जाएगा। इसको लेकर के केंद्रों पर बेंच की व्यवस्था शुरू हो गई है। इतना ही नहीं इस बार सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश भी है। परीक्षा में कदाचार को रोकने के लिए जांच की व्यवस्था भी सुदृढ़ की गई है। इसके साथ ही परीक्षा अवधि में सभी परीक्षार्थियों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करना है। परीक्षार्थियों के थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा।
इस परीक्षा के लिए मॉडल केंद्र भी बनाए गए हैं जहां परीक्षार्थियों का स्वागत गुलाब का फूल देकर के किया जाएगा। मॉडल परीक्षा केंद्र को बैलून एवं फूलों से सजाया जाएगा ताकि परीक्षार्थी परीक्षा का टेंशन ना लें और फ्री माइंड होकर परीक्षा दे सकें। इस बार माध्यमिक परीक्षा में छात्रों की संख्या 43325 छात्राओं की संख्या 40037 के आसपास है। परीक्षार्थियों की अधिक संख्या को देखते हुए प्रखंड मुख्यालय में भी परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कदाचार मुक्त परीक्षा कराने के लिए परीक्षा केंद्रों पर दंडाधिकारी, उड़नदस्ता दल एवं जिले के प्रशासनिक पदाधिकारियों के देखरेख में परीक्षा संपन्न कराएगी ताकि कदाचार मुक्त शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न कराई जाए। गौरतलब है कि उक्त परीक्षा दो पालियों में संपन्न होनी तथा दोनों पाली में अलग-अलग प्रश्न पत्रों से एक ही विषय की परीक्षा ली जाएगी।प्रथम पाली सुबह 9:30 बजे से 12:45 बजे तक जबकि द्वितीय पाली अपराह्न 1:45 से 4:30 तक आयोजित होगी। सारण जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने कहा कि दृष्टिबाधित और विकलांग परीक्षार्थी जो स्वयं लिखने में असमर्थ हैं , को समिति द्वारा लेखक रखने की अनुमति दी गई है और ऐसे परीक्षार्थियों के लिए निर्धारित समय में 20 मिनट प्रति घंटा अतिरिक्त समय दिया जाएगा । वहीं यदि स्वयं लिखने में असमर्थ हैं तो उन्हें राइटर भी नियम संगत तरीके से केंद्र अधीक्षक उपलब्ध कराएंगे। राइटर की योग्यता मेट्रिक से कम होनी चाहिए। दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों के लिए गणित के स्थान पर होमसाइंस तथा विज्ञान के स्थान पर म्यूजिक विषय की परीक्षा पुराने पाठ्यक्रम के आधार पर केवल एक पाली में ली जाएगी। 17 फरवरी को प्रथम पाली की परीक्षा 9:30 से 12:15 तक विज्ञान के बदले दिव्यांग, विकलांग छात्र संगीत की परीक्षा तथा 18 फरवरी को 9:30 से 12:45 तक गणित के बदले होमसाइंस की परीक्षा विकलांग एवं दृष्टिबाधित छात्रों के लिए होगी।


More Stories
गड़खा के प्राथमिक विद्यालय औढ़ा माल का 10 दिनों में दो बार ताला तोड़कर चोरों ने हजारो रूपये के सामान की चोरी, गुहार लगाने गये शिक्षकों पर भड़की पुलिस
मतदान लोकतंत्र का आधार है, जगलाल चौधरी महाविद्यालय में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी, नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ: जिलाधिकारी