- कोरोना संक्रमण के लिहाज से हॉटस्पॉट जोन में हुआ कैंप का आयोजन
- कैंप के माध्यम से जांच के लिये संग्रह किये गये 40 लोगों के ब्लड सैंपल
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
अररिया (बिहार)। सीरोलॉजिकल सर्वे को लेकर जिले के पांच प्रखंडों के चिह्नित दस स्थलों पर विशेष मेडिकल कैंप का आयोजन शनिवार को किया गया| मेडिकल कैंप का आयोजन चिह्नित प्रखंडों के उन खास स्थानों पर किया गया जो कोरोना संक्रमण के लिहाज से हॉटस्पॉट जोन में शामिल थे| इस क्रम में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 40 स्थानीय लोगों के ब्लड सैंपल का नमूना संग्रह किया जायेगा| संग्रहित ब्लड सैंपल को सीरोलॉजिकल सर्वे के लिये आईजीआईएमएस पटना भेजा जायेगा| इसकी मदद से यह पता लगाने का प्रयास किया जायेगा कि क्षेत्र में कोरोना वायरस का संक्रमण कितना फैला है, कितनी बड़ी आबादी इस वायरस की जद में आयी है और कितनी आबादी में लोगों के अंदर इस वायरस से लड़ने के लिये इम्युनिटी मतलब रोग प्रतिरोधक क्षमता या एंटीबॉटी विकसित हो चुकी है|
पांच प्रखंडों के चिह्नित दस स्थलों पर कैंप आयोजित :
सीरोलॉजिकल सर्वे के लिये विशेष कैंप का आयोजन फारबिसगंज प्रखंड के खरैखां व ढोलबज्जा में किया गया| वहीं जोकीहाट प्रखंड के भूना व भंसिया, भरगामा प्रखंड के एपीएचसी महथावा व रघुनाथपुर उत्तर शर्मा टोला, सिकटी प्रखंड के पहाड़ा चौक व डैनिया कुंआ पोखर, कुर्साकांटा प्रखंड के कपरफोडा एचएससी व शंकरपुर में कैंप का आयोजन किया गया| सभी चयनित कैंप स्थलों पर 40 स्थानीय लोगों के साथ-साथ दस स्वास्थ्य कर्मियों का सीरोलॉजिकल सर्वे के लिये ब्लड सैंपल का संग्रह किया गया|
लोगों की सहमति के आधार पर लिये गये ब्लड सैंपल:
सीरोलॉजिकल सर्वे को लेकर जिले के विभिन्न स्थानों पर आयोजित कैंप के दौरान स्थानीय लोगों के ब्लड सैंपल लिये जाने से पहले एक सहमति पत्र पर उनकी सहमति ली गयी| इसमें निगरानी व अनुसंधान के उद्देश्य से रक्त नमूना के संग्रह की अनुमति पत्र के विषय में स्थानीय लोगों को विस्तृत जानकारी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उपलब्ध कराया गया| इससे संतुष्ट होने के बाद लोगों की अनुमति से ही उनका ब्लड सैंपल लिया गया|
संक्रमण के खिलाफ विकसित एंटीबॉडी का पता लगाने के लिये हो रहा सर्वे :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने बताया कि जांच नतीजों के आधार पर यह पता लगाने का प्रयास किया जायेगा कि कितने लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने के लिये एंटीबॉडी विकसित हो चुकी है| साथ ही ये पता लगाया जा सकेगा कि कौन सा शख्स इस वायरस से संक्रमित था और फिलहाल ठीक हो चुका है| इसलिये सीरोलॉजिक सर्वे के लिये उन स्थानों का चयन किया गया है. जो पहले कोरोना संक्रमण के लिहाज से हॉटस्पॉट जोन में शामिल थे|


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