- स्वच्छता, स्वास्थ्य व पोषण संबंधी मामलों की हुई समीक्षा, कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर बनी सहमती
- डीएचएस में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का ग्रामीण स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
अररिया (बिहार)। जिला ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन शासी निकाय की बैठक सोमवार को डीआरडीए सभागार में आयोजित की गयी। जिला परिषद अध्यक्ष आफताब अजीम पप्पू की अध्यक्षता में हुई बैठक में ग्रामीण स्तर पर स्वच्छता, स्वास्थ्य व पोषण से संबंधित विभिन्न योजनाओं की गहन समीक्षा की गयी। साथ ही ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिये कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। इतना ही नहीं समाज के अंतिम व्यक्ति तक जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर डीआरएचएम के अध्यक्ष सह जिप अध्यक्ष आफताब अजीम ने कई जरूरी निर्देश दिय। बैठक में डीडीसी मनोज कुमार, सीएस डॉ रूपनारायण कुमार, एसीएमओ डॉ सीपी मंडल, सीडीओ डॉ वाईपी सिंह, एनसीडीओ डॉ डीएमपी साह, डीआईओ डॉ मोईज, वीबीडीसीओ डॉ अजय कुमार सिंह, आईसीडीएस डीपीओ रेहान असरफ, डीपीएम रेहान असरफ, डीएमआरई सभ्यसाची पंडित, जिला टीबी व एड्स कोर्डिनेटर दामोदर प्रसाद, वीबीडी कंस्लटेंट सुरेंद्र बाबु सहित सभी पीएचसी के प्रभारी पदाधिकारी सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे।
स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी की नियमित निगरानी व अनुश्रवण जरूरी :
बैठक में ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं की बेहतरी के लिये नियमित निगरानी व अनुश्रवण की प्रक्रिया को प्रभावी बनाने का निर्णय लिया गया। डीआरएचएम के अध्यक्ष ने कहा कि पीएचसी व सदर अस्पताल स्तर पर गठित रोगी कल्याण समिति की बैठक नियमित अंतराल पर आयोजित की जानी चाहिये। इसके अलावा अस्पतालों में आउटसोर्सिंग के माध्यम से उपलब्ध करायी जा रही सेवाओं का जिला स्तरीय वरीय अधिकारियों द्वारा नियमित निगरानी व अनुश्रवण किया जाना जरूरी है। ताकि अस्पताल में इलाजरत मरीजों को सभी जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जा सके| इसके अलावा भारत नेपाल सीमा से सटे इलाकों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर प्राथमिकता के आधार पर स्थापित करने व जिले में संचालित सभी एचड्ब्ल्यूसी में चिकित्सक व एनएनएम की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश बैठक में दिया गया।
स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर ठगी बर्दाश्त नहीं :
बैठक में गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने पर विशेष जोर दिया गया| डीआरएचएम के अध्यक्ष ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर जिले में ठगी के कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसके अलावा फर्जी तौर पर नर्सिंग होम व क्लिनिक का संचालन करने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई का निर्णय बैठक में लिया गया। बैठक में इस पर प्रभावी रोक लगाने के लिये डीडीसी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। जो लगातार ऐसे मामलों पर कार्रवाई के लिये जिम्मेदार होगा। कमेटी में आईसीडीएस डीपीओ सीमा रहमान व सीडीओ डॉ वाईपी सिंह को शामिल किया गया है।
सदर अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का हो व्यापक प्रचार-प्रसार:
बैठक में चर्चा के क्रम में बताया गया कि हाल के दिनों में सदर अस्पताल अररिया में कई मूलभूत व महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन शुरू किया गया है| इसमें डायलिसिस सेंटर, सिटी स्कैन सेंटर, डिजिटल एक्स रे, एसएनसीयू, न्यू बोर्न केअर यूनिट सहित अन्य सेवाएं शामिल हैं| ग्रामीण इलाकों में इसे लेकर अब भी लोगों के बीच जागरूकता की कमी है| बैठक में ये निर्णय लिया गया कि सदर अस्पताल में उपलब्ध सेवाओं से संबंधित बैनर, पोस्टर व फ्लैक्स का सार्वजनिक प्रदर्शन पीएचसी प्रखंड मुख्यालय में किया जाये| इसके अलावा इससे संबंधी हैण्ड बिल का वितरण एएनएम व पंचायत प्रतिनिधियों के बीच कराया जाना सुनिश्चित कराया जाये| ताकि ग्रामीण इलाके के लोगों तक इससे संबंधित जानकारी प्राप्त हो सके|


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