- हंगामा कर पंजीकरण काउंटर की खिड़की के पल्ले उखाड़ कर शीशे फोड़ डाले
पंकज कुमार सिंह की रिर्पोट। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
मशरक (सारण)। सेना की भर्ती में जाने वाले युवाओं के लिए सरकार ने कोविड-19 टेस्ट अनिवार्य किया हुआ है, जिसके चलते मशरक पीएचसी में बुधवार को भारी संख्या में युवक पहुंच गए, लेकिन एक पंजीकरण काउंटर और पर्याप्त संख्या में जांच दल नही लगाने पर युवकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। जिससे पीएचसी में प्रतिनियुक्त गार्ड समेत सभी कर्मचारी डर के मारे दुबक गए।वही पीएचसी प्रभारी और स्वास्थ्य प्रबंधक के ड्यूटी पर मौजूद नही रहने से पीएचसी में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने पुलिस को बुलाया। जिसके बाद कोरोना जांच टीम ने लगभग 300 युवकों का टेस्ट किया।युवकों के सेना भर्ती में जाने के कारण पीएचसी में बुधवार को रिकार्ड 300 टेस्ट किए गए।इन दिनों सेना भर्ती प्रक्रिया जारी है, जिसमें शामिल होने लेने वाले युवाओं के लिए कोरोना जांच अनिवार्य है, निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही युवा भर्ती में हिस्सा ले सकता है। इसके चलते बुधवार को कोरोना टेस्ट कराने के लिए पीएचसी में युवकों की भारी भीड़ आ गई। लेकिन पीएचसी प्रशासन की ओर से एक पंजीकरण काउंटर और एक टेस्ट कर्मचारी लगाने से उपद्रव की समस्या खड़ी हो गई। पीएचसी अस्पताल प्रबंधन पहले तो युवकों की भीड़ के हिसाब से टेस्ट करने को तैयार नहीं हुआ, लेकिन जब युवक आक्रोशित हो गए और पीएचसी परिसर में ही हंगामा कर पंजीकरण काउंटर की खिड़की के पल्ले उखाड़ कर शीशे फोड़ डालें। और पहले हम पहले हम में आपस में ही मारपीट करने लगें। अस्पताल प्रशासन की सूचना पर थाना पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और आक्रोशित युवाओं की बात सुनकर उन्हें समझा बुझाकर शांत किया और सभी का टेस्ट कराया।
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