मुजफ्फरपुर: विदेश से लौटे 320 लोगों की 228 गांवों में हो रही तलाश, आठ दिनों तक सर्वे करेगी टीम
मुजफ्फरपुर। कोरोना वायरस के के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन के दौरान हीं घर-घर जाकर सर्वे का काम शुरू किया गया है। सर्वे का काम उन गांव और वार्डों में किया जा रहा है जहां विदेश से लोग आये हैं। मुजफ्फरपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम 228 गांवों में अगले 8 दिनों में कोराना के लक्षणों वाले लोगों की तलाश करेगी। जानकारी के अनुसार जिले में कोरोना तालाबंदी से पहले करीब 320 लोग विदेश से लौट कर आये हैं। इसमें 62 लोग नेपाल से आये हैं जबकि 258 लोग दूसरे देशों से मुजफ्फरपुर लौटे हैं। स्वास्थ्य विभाग के प्लस पोलियो की टीम द्वारा विदेश से घर लौटने वाले गांवों और मोहल्ले की सूची बनाई गई। ऐसे 228 गांवों में प्लस पोलियो की टीम घर-घर जाकर कोरोना के लक्षणों वाले लोगों का पता लगाने में जुट गई है। सर्वे के लिये मुजफ्फरपुर में 351 टीम बनाई गई है। प्लस पोलियो का काम करने वाली टीम को इसके लिये लगाया गया है, लेकिन गांव की आशा की भूमिका सर्वे में महत्वपूर्ण होगी।
मेडिकल दुकानदारों और ग्रामीण चिकित्सकों से फीडबैक
सर्वे करने वाली टीम गांव के मेडिकल दुकानदारों और ग्रामीण चिकित्सकों से बीमार लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाने में भी मदद लिया जाएगा। जो लोग विदेश से आये है उनको होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा। साथ ही उनके स्वास्थ्य की रिपोर्ट भी सर्वे के दौरान लेनी है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है क्वेक और दवा दुकानदारों से बीमार होने वाले लोगों के बारे में जानकारी लेना। सर्वे करने वाली 8 दिनों के भीतर कम-से-कम 2 बार घर-घर जाने के अलावे क्वेक और मेडिकल दुकानदार से कोरोना के लक्षण वाले मरीजों के ईलाज के बारे में पता लगाने की कोशिश करेगी।
सर्वे से मिल पाएगी सही जानकारी
विदेश से लौटने वाले लोगों के गांवों के लोग कोरोना के भय से आशंकित रहे हैं, लेकिन गांव-गांव जाकर अभियान के तौर पर हो रही पड़ताल से ग्रामीण राहत महसूस कर रहे हैं। ग्रामीणों ने सर्वे की टीम को सहयोग का भरोसा दिलाया है। मुजफ्फरपुर में अभी तक 219 संदिग्ध लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसमें तबलीगी मरकज और दिल्ली के निजामुद्दीन ईलाके में जाने वाले लोगों की जांच रिपोर्ट भी शामिल है, लेकिन नालंदा के जिस युवक को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है उसमें जिले के 7 लोगों के विमान में साथ में यात्रा करने की रिपोर्ट थोड़ी चिंता पैदा कर रही है।
More Stories
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर परिवार नियोजन कार्यक्रम को सुदृढ़ीकरण को लेकर सीएचओ को दिया गया प्रशिक्षण
टीबी के अभिशाप को मिटाने के लिए पंचायतों को लिया जायेगा गोद
अब घर की दहलीज तक टीबी के संदिग्ध मरीजों की जांच की सुविधा उपलब्ध