- फोन पर ली जाती है स्वास्थ्य की जानकारी
- नि:शुल्क टेली मेडिसिन की सुविधा भी उपलब्ध
- नियमों अनुपालन नहीं करने वाले व्यक्तियों को संस्थागत आइसोलेशन में किया जाएगा भर्ती
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। कोरोना के बढ़ रहे मामलों के कारण पॉजिटिव मिले कई मरीजों को अब होम आइसोलेशन भेजा जा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराया जा रहा है।मेडिकल किट में दो मास्क व विटामिन की गोली सहित कुल 5 गोलियाँ दी जा रही है. यही दवा आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना मरीजों को इलाज के दौरान दी जाती है। एएनएम और आशा कार्यकर्ता मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी लें रही है और जरूरत पड़ने पर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के घर जाकर उनका उपचार भी करती है।
सिविल सर्जन डॉ जर्नादन प्रसाद सुकुमार ने कहा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के स्वास्थ्य की देखभाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक प्रतिदिन दूरभाष के माध्यम से कर रहे है। मरीजों का हालचाल जानने के बाद चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है। सिविल सर्जन ने निर्देश दिया है कि होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों का मॉनिटरिंग करना सुनिश्चित करें। इसके साथ माइक्रोकंटेनमेंट जोन में नियमों का कड़ाई से अनपालन कराएं।
नियमों अनुपालन नहीं करने वाले व्यक्तियों को संस्थागत आइसोलेशन में किया जाएगा भर्ती:
सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार ने बताया कोविड-19 के संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। वह संक्रमित होने के बाद भी घर के बाहर घूम रहे हैं। यदि संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन में नहीं रह रहे हैं, तो उन के माध्यम से संक्रमण अन्य व्यक्तियों में फैलने की प्रबल संभावना है। उन्होंने एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को अपने-अपने प्रखंड अंतर्गत कोविड-19 के संक्रमित व्यक्ति जो होम आइसोलेशन में रह रहे हैं , उनके घर का भ्रमण स्वयं करने एवं उनके होम आइसोलेशन का दृढ़ता पूर्वक अनुपालन सुनिश्चित करवाने के निर्देश भी दिया है. उन्होंने कहा यदि संक्रमित व्यक्ति द्वारा होम आइसोलेशन के गाइडलाइन का पालन नहीं किया जाता है तो उन्हें जिला स्थित आइसोलेशन सेंटर में भेजा जाएगा ताकि संक्रमण प्रसार को नियंत्रित किया जा सके.
मरीजों का हाल चाल पूछ रहे है नियंत्रण कक्ष के कर्मी :
डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार ने बताया कि जिले में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों का फोन कॉल के माध्यम से फालोअप किया जा रहा है। वहीं आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका तथा एएनएम के द्वारा गृह भ्रमण कर निगरानी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को कोविड दवा किट भी उपलब्ध करायी जा रही है। इसके साथ ही जिला नियंत्रण कक्ष के माध्यम से उनके स्वास्थ्य का हाल- चाल पूछा जा रहा है। माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की कोविड-19 जांच रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से की जा रही है। वहीं आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका तथा एएनएम के द्वारा 14 दिनों तक गृह भ्रमण कर प्रत्येक व्यक्तियों के लक्षणों के बारे में जानकारी ले रही है।


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