- महिलाओं ने कहा कोरोना को हराने के लिये टीकाकरण है जरूरी
- आस-पड़ोस की महिलाओं को कर रही हैं टीका लगाने के लिये प्रेरित
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
अररिया (बिहार)। वैश्विक महामारी कोरोना को हराने में महिलाएं सामूहिक भागीदारी निभा रही हैं। सोमवार को अररिया आरएस की दर्जनों महिलाएं एक साथ समूह बनाकर टीकाकरण के लिये मोहनी देवी रूंगटा अस्पताल पहुंची। टीकाकरण के लिये पहुंची महिलाओं ने कहा कि बीते एक साल से हम इस गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। बावजूद इसके संकट कम होता नहीं दिख रहा है। लिहाजा हमने एकजुट प्रयास के दम पर इसे हराने का संकल्प लिया है। कोरोना को खत्म करने के लिये टीकाकरण जरूरी है। आस-पड़ोसी की दर्जनों महिलाओं के साथ हम टीका लगाने के केंद्र पर पहुंचे हैं। टीका लगाने के उपरांत हम क्षेत्र की अन्य महिलाओं को भी इसके लिये प्रेरित करने का काम करेंगे। साथ ही उनका टीकाकरण सुनिश्चित कराने का प्रयास करेंगे।
समूह बनाकर टीका लेने केंद्र पर पहुंची महिलाएं:
समूह की अन्य महिलाओं के साथ टीका लगाने मोहनी देवी रूंगटा हॉस्पिटल पहुंची 46 वर्षीय किरण देवी ने कहा कि देश में अबतक काफी लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। टीकाकरण के कारण किसी को भी अब तक किसी तरह की समस्या की सूचना नहीं है। बावजूद टीकाकरण को लेकर ग्रामीण इलाके के लोगों के मन में संशय बना हुआ है। लोग टीका लेने से डर रहे हैं। जो पूरी तरह निराधार है। लोगों के मन से इस डर को निकालने के लिये हमने पास-पड़ोस की कई महिलाओं से इस पर सामूहिक चर्चा का आयोजन किया। इसमें वार्ड की पढ़ी लिखी महिलाएं व पहले से टीका ले चुके लोगों ने उनके संशय को दूर करने का प्रयास किया। इसके बाद हम समूह बनाकर टीका लेने केंद्र पर पहुंचे हैं। हमने टीका का पहला डोज लिया है। इससे मुझे अब तक किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है।
हमारी नादानियों से मिल रहा है महामारी को बढ़ावा:
कोरोना टीका का पहला डोज लेने के बाद मेडिकल सुपरविजन में बैठी 47 वर्षीय आरती देवी ने कहा टीका लगाने से मुझे अबतक कोई परेशानी महसूस नहीं हुई है। इसे लेकर जो मेरे मन में डर था अब वह भी खत्म हो गया है। मैं निर्धारित समय पर टीका का दूसरा डोज भी लूंगी। टीका लेने के बाद मेरा हौसला काफी बढ़ गया है। अब मैं पड़ोस की अन्य महिलाओं को टीका लगाने के लिये प्रेरित करने का काम करूंगी। उन्होंने कहा कोरोना का टीका, मास्क व शारीरिक दूरी जैसे कई आसान उपाय होने के बावजूद हम अपनी नादानियों की वजह से महामारी के प्रसार को बढ़ावा दे रहे हैं। हमारा जिम्मेदार रवैया रोग को जड़ से खत्म करने में सहायक हो सकता है। इसलिये हम सबको इसके लिये अपने स्तर से जरूरी प्रयास करने होंगे।
महिलाओं का प्रयास सराहनीय:
एएनएम बेबी कुमारी ने महिलाओं के इस प्रयास को सराहा। उन्होंने कहा स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से क्षेत्र के लोगों को लगातार टीकाकरण के लिये प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा टीकाकरण के प्रति महिलाओं ने जो एकजुटता दिखाई वो काबिलेतारिफ है। अगर अन्य जगहों पर भी ऐसे प्रयास दोहराये जायें तो वो दिन दूर नहीं जब हमारा देश कोरोना महामारी से पूरी तरह मुक्त होगा।


More Stories
नवजात शिशुओं के जन्म के 42 दिनों के अंदर 7 बार गृह भ्रमण करती है आशा कार्यकर्ता
स्वास्थ्य विभाग की पहल, अब सभी सीएचसी और पीएचसी में मरीजों को मिलेगी ईसीजी जांच की सुविधा
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मासूमगंज का नेशनल एनक्यूएएस की टीम ने किया असेस्मेंट