- अमनौर में बिजली सप्लाई करने के लिए के टावर निर्माण कंपनी के पोकलेंन मशीन व एक डीजी को किया आग के हवाले
- घटना की सूचना मिलते मौके पर पहुचें डीएम और एसपी
- क्षेत्र के आस-पास भाड़ी संख्या में पुलिस बल व एसटीएफ के जवान लगाए गयें
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
अमनौर (सारण)। अमनौर ग्रिड से मुजफ्फरपुर को बिजली सप्लाई करने के लिए के रामचन्द्र राव ट्रांसमिशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा लगाए जा रहे टावर में कार्य कर रहे मजदूरों को डरा धमका कर हमलावरों ने एक पोकलेंन मशीन एवं एक डीजी को आज लगा कर जला दिया। घटना गुरुवार को अल सुबह करीब 1.30 एवं 2 बजे सुबह की है सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष राजेश प्रसाद मढ़ौरा डीएसपी इंद्रजीत बैठा एसटीएफ के जवानों के साथ पहुचे एवं इस घटना की जानकारी ली।
दोपहर में पहुंचे डीएम- एसपी
एक दशक बाद मकेर में हुई इस घटना की जानकारी मिलते ही दोपहर में डीएम नीलेश रामचंद्र देवरे, एसपी संतोष कुमार मसूरिया दियरा पहुचे एवं घटना स्थल का गहराई से जांच पड़ताल किया तत्पश्चात घटना के समय मौजूद पोकलेन चालक ओमप्रकाश राय से नक्सलियों की संख्या उनके बात करने का तरीका एवं उनकी गतिविधियों की जानकारी ली इस दौरान मौके पर मौजूद विधुत कार्यपालक अभियंता हाजीपुर के प्रवीण कुमार को जल्द काम समाप्त करने को कहा जिसपर कार्यपालक अभिययन्ता ने सुरक्षा की मांग की जिसपर पुलिस बल उपलब्ध कराने की बात एसपी ने कही। निरीक्षण के दौरान डीएम, एसपी के अलावे मढ़ौरा डीएसपी इंदजीत बैठा,बीडीओ प्रमोद कुमार,सीओ सहदुल हक, थानाध्यक्ष राजेश प्रसाद एवं भारी संख्या में जिला पुलिस एवं एसटीएफ के जवान मौजूद थेँ।
नक्सली हमला है या शरारती तत्वो की करतूत
सारण, वैशाली एवं मुजफ्फरपुर का सीमावर्ती इलाके गंज मसूरिया दियरा में घटी यह घटना तो मकेर थाना क्षेत्र में है लेकिन घटना स्थल के सटे बाकी जमीन वैशाली एवं मुजफ्फरपुर जिला में पड़ता है जिससे सभी अधिकरी इस घटना को सारण के अलावे वैशाली एवं मुजफ्फरपुर जिला से जोड़ कर देख रहे है। डेढ़ माह से हो रहा है कार्य लेकिन किसी ने कोई रंगदारी नही मांगी तो, घटना क्यों हुई। इस घटना में यह यक्ष प्रश्न तब उभर कर सामने आया। जब घटना की जानकारी के बाद कार्य कर रहे सुपरवाइजर मनोज कुमार सिंह एवं कार्यपालक अभियंता विधुत हाजीपुर प्रवीण कुमार ने बताया कि डेढ़ माह से छह पाईल का काम चल रहा है, जिसमे तीन पाइल का काम जो वैशाली जिला में था, पूरा हो चुका है, लेकिन कोई रंगदारी एवं धमकी भी नही दिया गया था। बाकी बचे तीन पाइल का काम हो रहा है, जिसमे एक का काम अंतिम चरण में है। दूसरे का पाइल का काम के लिए जलाया गया पोकलेन मशीन एक दिन पहले ही इस साइट पर आया था जिसे जल दिया गया।
आठ की संख्या में टावर निर्माण कंपनी के पोकलेंन मशीन तथा डीजी को आग के हवाले करने वाले
जानकारी के अनुसार बिजली कंपनी के साइट पर आए नक्सलियों कि संख्या 8 थी जो अपना चेहरा ढके हुए थे एवं सभि के हाथ मे हथियार थे सबसे पहले इन नक्सलियों ने किनारे पर बने पाइल का देख रेख कर रहे दो वाच मैन के पास पहुचे एवं उन्हें कुंदे से मार कर पूछा बाकी लोग कहा है मजदूरों ने बताया कि यह पूछने के बाद सभी यहा आए एवं टेंट में सो रहे पोपलेंन के चालक ओमप्रकाश राय को कुंदे से मार कर जगाया एवं सभी को वहां से भाग जाने को कहा एवं दो हवाई फायर किये जिससे डरे सहमे मजदूर बगल के बगीचे में भाग गए जिसके डीजी जेनरेटर को आग लगा दिया तब साथ लाए पेट्रोल को चट्टी के बोड़ा पर डाल कर पोपलेन मशीन को आग के हवाले किया साथ ही वहां खड़े लगभग सभी गाडियो के टायर के पास आग लगाया लेकिन डीजी एवं पोपलेंन के अलावे बाकी गाड़िया नही जाली
कार्यपालक अभियंता के अनुसार लगभग 46 लाख की हुई है क्षति, पर कार्य रहेगा जारी
कार्यपालक अभियंता विधुत हाजीपुर प्रवीण कुमार ने घटना स्थल की जांच पड़ताल के बाद बताया कि इस घटना में कंपनी को 46 लाख का नुकसान हुआ है लेकिन कार्य नही रुकेगा।
क्या बोले डीएम एसपी?
निरीक्षण के दौरान डीएम डा नीलेश रामचन्द्र देवरे एवं एसपी संतोष कुमार ने बताया कि यह घटना लोकल अपराधियों या शरारती तत्वो की लगाती, जिसे नक्सली वारदात दिखाने का प्रयास किया गया लगता है।


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