राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। संसाधनों की मार झेल रहे स्वास्थ विभाग के सदर अस्पताल की स्थिति भी लचर गई है। अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीज के परिजनों ने जब आपबीती सुनाई तो एकबारगी यह विश्वास करना मुश्किल हो गया कि हर साल हज़ारो लाखों करोड़ के बजट के साथ नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत करने वाला स्वास्थ्य विभाग की स्थिति बहुत नाजुक है और इसे भी अब ऑक्सीजन की जरूरत आन पड़ी है क्योंकि जो आपबीती मरीज के परिजनों ने सुनाया उसकी माने तो सारण जिला का स्वास्थ्य विभाग खुद वेंटिलेटर पर है। एक दिन पूर्व कोरोना पॉजिटिव महिला को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां ऑक्सीजन मास्क और अन्य साजो सामान मरीज के परिजनों ने बाजार से खरीद कर दिया लेकिन उसके बाद भी अस्पतालकर्मियों ने जिनमे ड्यूटी पर तैनात नर्स भी शामिल है उन्होंने काफी हिल हुज्जत के बाद कोरोना मरीज को ऑक्सीजन लगाया। हालांकि मरीज की जान नही बचाई जा सकी लेकिन उसके बाद भी परिजनों को अस्पताल प्रशासन ने एम्बुलेंस के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के बावजूद भी उपलब्ध नही कराया और अंततः उन्होंने निजी तौर पर वाहन का बंदोबस्त कर शव को घर ले गए और उनका अंतिम संस्कार कर दिया। यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि मृत शरीर को कोविड गाइडलाइन के मुताबिक पैक भी नही किया अस्पतालकर्मियों ने। बहरहाल कोरोना ने कत्लेआम मचा रखा है और अस्पताल के साहब सब कुछ बढ़िया है का राग अलाप रहे हैं।


More Stories
मुफ्फसिल थानाध्यक्ष का रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल, एसपी ने किया निलंबित, लाइन हाजिर
11 मार्च 2025 को एक दिवसीय नियोजन कैम्प का होगा आयोजन
छपरा शहर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से जलनिकासी के लिये तैयार किये गये समेकित रूर्बन प्लान के विज़न डॉक्यूमेंट का डीएम ने किया विमोचन