राष्ट्रनायक न्यूज

Rashtranayaknews.com is a Hindi news website. Which publishes news related to different categories of sections of society such as local news, politics, health, sports, crime, national, entertainment, technology. The news published in Rashtranayak News.com is the personal opinion of the content writer. The author has full responsibility for disputes related to the facts given in the published news or material. The editor, publisher, manager, board of directors and editors will not be responsible for this. Settlement of any dispute

इंसानियत हुआ शर्मसार: लॉक डाउन में मजदूरी मांगी तो पिट पिट कर डाला हत्या, अब घर में कोई कमाने वाला नहीं गर्भवती पत्नी दो नन्हे बच्चे के साथ हुई अनाथ

राष्ट्रनायक न्यूज।

गड़खा (सारण)। वैश्विक महामारी में जहाँ हर कोई एक दूसरे व गरीब असहायों की मदद कर रहे है। वही सारण जिले के गड़खा थाना क्षेत्र एक इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना घटित हुई है। जिसमें इस वैश्विक महामारी में मजदूरी मांगने पर हत्या ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है तथा इंसानों को हैवान बनने वाली चेहरे को सामने लाया है। मामला गड़खा थाना क्षेत्र के सरगट्टी गांव की है जहां पर मजदूरी मांगने पर एक मजदूर को पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरगट्टी गांव के मुसहर टोली के ठेकेदारी में काम करने को लेकर विवाद में एक मजदूर ने पीटकर पड़ोसी द्वारा हत्या कर दी गई। मृतक स्वर्गीय रघुनी रावत के 22 वर्षीय पुत्र मनोज रावत बताया जाता है। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल भेज दिया। मृतक के पत्नी संगीता देवी ने बताया कि गांव के ही विश्वकर्मा राउत और रनु राउत के युवक ने डंडे से पीट-पीटकर शनिवार की रात्रि में घटनास्थल पर ही मौत हो गई ।थाना अध्यक्ष अमृतेश कुमार ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मजदूरी को लेकर दोनों में विवाद हुई थी मामले में विश्वकर्मा और रनु राउत को आरोपी बनाया गया है। दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

अब गर्भवती पत्नी दो मासूमों की परवरिश पढ़ाई कैसे?

लॉक डाउन में सभी कामकाज बन्द हैं, दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरी की बच्चे व परिवार भूखे सोने को विवश हैं।इस बार नेता या संस्था कोई भी मदद को आगे नही आ रहा है।मनोज ने बच्चों व पत्नी को दो वक्त के भोजन के लिए बकाया मजदूरी मांगा था इसलिए उसे मौत के घाट उतार दिया गया,परंतु सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि अब गर्भवती पत्नी एवं दो मासूम बच्चों की परवरिश पढाई एवं पालन पोषण कैसे होगी ऐसे में अधिकारियों  एवं समाजसेवी संगठनों का कर्तव्य बनता है कि बच्चों की बेहतर पढ़ाई एवं परिवार इसे का खर्चा उठाया जाए।