- संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी उपायों की दी जा रही जानकारियां
- घर-घर जाकर सेविकाएं दे रही पोषण परामर्श
- स्वास्थ्य शरीर के लिए बताया जाता है अच्छे खान-पान के महत्व
पूर्णिया, 03 जून। कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लोगों में इसके बचाव व सावधानी के साथ कोविड-19 टीकाकरण के प्रति जागरूक होना जरूरी है। इसमें जिला समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) कर्मियों द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। आईसीडीएस में कार्यरत सभी कर्मी लोगों को घर-घर जाकर संक्रमण से बचे रहने की जानकारी देने के साथ ही कोविड-19 टीकाकरण व बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी खान-पान व पोषण के प्रति भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
गांव में सेविकाओं द्वारा कोविड जांच व टीकाकरण के लिए किया जा रहा जागरूक: डीपीओं
आईसीडीएस डीपीओ शोभा सिन्हा ने बताया संक्रमण के नियंत्रण हेतू सरकार व जिला प्रशासन द्वारा लोगों को विशेष रूप से घरों में ही रहने और कोविड-19 टीका लगवाने की परामर्श दी जा रही है। इसकी जानकारी गांव स्तर तक लोगों को मिल सके इसके लिए सेविकाओं द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सेविकाएं अपने क्षेत्र में लोगों को रैली के माध्यम से संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी उपायों जैसे हमेशा पूरी तरह मास्क का उपयोग करना, सोशल डिस्टेनसिंग बनाए रखना, बिना वजह बाहर नहीं निकलना, अनावश्यक चीजों के संपर्क से दूर रहना आदि की जानकारी देने के साथ ही सरकार द्वारा दी जा रही कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के लिए भी लोगों को प्रेरित कर रही है। सेविकाओं द्वारा लोगों को बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा लोगों को दिया जा रहा कोविड-19 वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और इससे किसी भी लाभार्थी को कोई परेशानी नहीं होती है। इसलिए सभी लोगों को कोविड-19 टीका जरूर लगवाना चाहिए और टीकाकरण के बाद भी कोविड-19 से बचाव संसाधनों का उपयोग करना चाहिए।
घर-घर जाकर सेविकाएं दे रही हैं पोषण परामर्श: जिला समन्वयक
पोषण अभियान की जिला समन्यवक निधि प्रिया ने बताया कोरोना संक्रमण की वजह से सभी आंगनवाड़ी केंद्र बन्द रखे गए हैं। ऐसे में सेविकाएं घर-घर जाकर लोगों को बेहतर पोषण की जानकारी दे रही हैं। सेविकाओं द्वारा गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच, जरूरी दवाइयां देने के साथ ही नवजात शिशुओं के पोषण के लिए जरूरी सामग्रियों की लोगों को जानकारी दी जाती है। केंद्र बन्द होने के कारण सेविकाएं घर जाकर ही गर्भवती महिलाओं की गोदभराई व छः माह पूर्ण कर लिए शिशुओं की अन्नप्राशन की जाती है।
स्वास्थ्य शरीर के लिए बताया जाता है अच्छे खान-पान के महत्व: सुधांशु
पोषण अभियान के जिला परियोजना सहायक सुधांशु कुमार ने कहा अभी के समय में लोगों के लिए सबसे जरूरी स्वस्थ शरीर का होना है। सभी सेविकाएं अपने क्षेत्र के लोगों में अच्छे खान-पान की भी जानकारी देती हैं। दूध-हल्दी का घोल पीना, सुबह लहसुन की डालियां चबा कर खाना, खांसी-कफ़ से दूर रहने के लिए अदरक की चाय पीना इत्यादि लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि लाता है। आंगनबाड़ी कर्मियों द्वारा सभी लोगों को कई जानकारियां दी जा रही हैं जिससे लोग स्वास्थ्य रहें और संक्रमण से बचे रह सकें।


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